गुरुवार, जुलाई 07, 2016

ये कैसा पवित्र रमजान महीना, जिसने सैकड़ों बेकसूर लोगों का खून बहाया?

जम्मू। खुद को खुदा की राह में समर्पित कर देने का प्रतीक पाक महीना 'माह-ए-रमजान' न सिर्फ रहमतों और बरकतों की बारिश का वकफा है, बल्कि समूची मानव जाति को प्रेम, भाईचारे और इंसानियत का संदेश भी देता है। इस पाक महीने में अल्लाह अपने बंदों पर रहमतों का खजाना लुटाता है और भूखे-प्यासे रहकर खुदा की इबादत करने वालों के गुनाह माफ हो जाते हैं। रमजान में दोजख यानी नरक के दरवाजे बंद...