दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू। हरि मार्केट के व्यापारी राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे सौतेले व्यवहार और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनकी जायज समस्याओं की अनदेखी किए जाने से हताश हैं। हरि मार्केट को ऐतिहासिक रघुनाथ मंदिर का प्रवेश द्वार कहा जा सकता है। इस बाजार में करीब 45 दुकानें हैं।
हरि मार्केट ट्रैडर्स एसोसिएशन के प्रधान राजेश रैणा का कहना है कि हरि मार्केट के साथ राज्य सरकार एवं नागरिक प्रशासन द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। सरकार द्वारा बाजार में ना पार्किंग की व्यवस्था की गई है और ना ही स्ट्रीट लाइटों की। बाजार में जैसे ही यात्रियों या पर्यटकों का कोई वाहन आता है तो पुलिस कर्मी तुरंत वाहन हटवा देते हैं। वैसे ही मंदी का दौर है। कोई यात्री अपने वाहन में आता है तो उसे यहां आने से रोका जाता है। यात्रियों और पर्यटकों के वाहनों को बाजार में आने से रोका जाता है। यहां तक कि इंदिरा चौक से ही वाहन टर्न करवा दिया जाता है। रघुनाथ बाजार के सौंदर्यकरण पर सरकार करोड़ों रूपए खर्च कर रही है, लेकिन हमारे बाजार के विकास के लिए कोई योजना तक तैयार नहीं की गई है। यह बाजार भी वर्षों पुराना है फिर क्यों इसका विकास करवाने से परहेज किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि हरि मार्केट को भी हैरिटेज बाजार का दर्जा देकर यहां विकास कार्य करवाएं जाएं।
एसोसिएशन के महासचिव सुमीत जैन का कहना है कि कटरा से आने वाले यात्री वाहन श्रद्धालुओं को आयुर्वेदिक अस्पताल के पास ही उतार देते हैं। हरि मार्केट तक आने के लिए आटो वाले यात्रियों से 150 रूपए तक की मांग करते हैं। जिसके परिणामस्वरूप यात्री बाजार में आने से परहेज करते हैं। माननीय सांसद ने चुनाव में विजय प्राप्त करने के बाद एक बार भी बाजार का रूख नहीं किया है। इसी प्रकार से अधिकारी भी बाजार की ज्वलंत समस्याओं के प्रति उदासीन रवैेया अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन कटरा जाने से ना सिर्फ हरि मार्केट बल्कि आसपास के सभी बाजारों के कामकाज पर असर पड़ा हँै। सरकार को गंभीरता से यह प्रयास करना चाहिए कि पर्यटक कम से कम एक-दो दिन जम्मू में रूके। उन्होंने मांग की कि बाजार की सभी लंबित समस्याओं को शीघ्र दूर किया जाए। स्थानीय विधायक ने पूरे क्षेत्र को हैरिटेज क्षेत्र बनाने का जो आश्वासन दिया था उसे शीघ्र पूरा किया जाना चाहिए।्र
एसोसिएशन के सचिव संकुल गुप्ता ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए प्रतिदिन करीब 50000 श्रद्धालु जाते हैं, हम प्रशासन से यह ही अपील करते हैंं कि इनमें से सिर्फ 5000 श्रद्धालुओं को आसानी से बाजार क्षेत्र में आने दिया जाए, ताकि इस क्षेत्र के सहारे अपनी रोजी-रोटी चला रहे हजारों लोगों की आजीविका चलती रहे। उन्होंने कहा कि हरि मार्केट स्थित श्री रघुनाथ मंदिर का गेट मनमर्जी से खोला जाता है,अगर इस गेट को समयबद्ध तरीके से खोला जाए तो ना सिर्फ मंदिर प्रबंधन को आसानी होगी, बल्कि बाजार के व्यापारियों को भी लाभ होगा। गुप्ता ने कहा कि सरकार और प्रशासन सिर्फ रघुनाथ बाजार की ओर ही ध्यान देते हैं, जबकि आसपास के अन्य बाजारों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। हमारी समस्याएं दूर करने की किसी को चिंता नहीं है। अगर सरकार सहयोग करें तो हालात सुधर सकते हैं और जारी मंदी का असर भी कम हो सकता है। उन्होंने मांग की कि अनियमित बिजली कटौती पर तत्काल रोक लगाई जाए, ताकि होटलों में ठहरे यात्रियों को असुविधा ना हो। यात्रियों और पर्यटकों को कटरा से जम्मू तक लाने के लिए गंभीर प्रयास किए जाने की जरूररत है। बाजार के सौंदर्यकरण के प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि पर्यटकों को आसानी से इस क्षेत्र की ओर आकर्षित किया जा सकें।
जम्मू। हरि मार्केट के व्यापारी राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे सौतेले व्यवहार और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनकी जायज समस्याओं की अनदेखी किए जाने से हताश हैं। हरि मार्केट को ऐतिहासिक रघुनाथ मंदिर का प्रवेश द्वार कहा जा सकता है। इस बाजार में करीब 45 दुकानें हैं।
हरि मार्केट ट्रैडर्स एसोसिएशन के प्रधान राजेश रैणा का कहना है कि हरि मार्केट के साथ राज्य सरकार एवं नागरिक प्रशासन द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। सरकार द्वारा बाजार में ना पार्किंग की व्यवस्था की गई है और ना ही स्ट्रीट लाइटों की। बाजार में जैसे ही यात्रियों या पर्यटकों का कोई वाहन आता है तो पुलिस कर्मी तुरंत वाहन हटवा देते हैं। वैसे ही मंदी का दौर है। कोई यात्री अपने वाहन में आता है तो उसे यहां आने से रोका जाता है। यात्रियों और पर्यटकों के वाहनों को बाजार में आने से रोका जाता है। यहां तक कि इंदिरा चौक से ही वाहन टर्न करवा दिया जाता है। रघुनाथ बाजार के सौंदर्यकरण पर सरकार करोड़ों रूपए खर्च कर रही है, लेकिन हमारे बाजार के विकास के लिए कोई योजना तक तैयार नहीं की गई है। यह बाजार भी वर्षों पुराना है फिर क्यों इसका विकास करवाने से परहेज किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि हरि मार्केट को भी हैरिटेज बाजार का दर्जा देकर यहां विकास कार्य करवाएं जाएं।
एसोसिएशन के महासचिव सुमीत जैन का कहना है कि कटरा से आने वाले यात्री वाहन श्रद्धालुओं को आयुर्वेदिक अस्पताल के पास ही उतार देते हैं। हरि मार्केट तक आने के लिए आटो वाले यात्रियों से 150 रूपए तक की मांग करते हैं। जिसके परिणामस्वरूप यात्री बाजार में आने से परहेज करते हैं। माननीय सांसद ने चुनाव में विजय प्राप्त करने के बाद एक बार भी बाजार का रूख नहीं किया है। इसी प्रकार से अधिकारी भी बाजार की ज्वलंत समस्याओं के प्रति उदासीन रवैेया अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन कटरा जाने से ना सिर्फ हरि मार्केट बल्कि आसपास के सभी बाजारों के कामकाज पर असर पड़ा हँै। सरकार को गंभीरता से यह प्रयास करना चाहिए कि पर्यटक कम से कम एक-दो दिन जम्मू में रूके। उन्होंने मांग की कि बाजार की सभी लंबित समस्याओं को शीघ्र दूर किया जाए। स्थानीय विधायक ने पूरे क्षेत्र को हैरिटेज क्षेत्र बनाने का जो आश्वासन दिया था उसे शीघ्र पूरा किया जाना चाहिए।्र
एसोसिएशन के सचिव संकुल गुप्ता ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए प्रतिदिन करीब 50000 श्रद्धालु जाते हैं, हम प्रशासन से यह ही अपील करते हैंं कि इनमें से सिर्फ 5000 श्रद्धालुओं को आसानी से बाजार क्षेत्र में आने दिया जाए, ताकि इस क्षेत्र के सहारे अपनी रोजी-रोटी चला रहे हजारों लोगों की आजीविका चलती रहे। उन्होंने कहा कि हरि मार्केट स्थित श्री रघुनाथ मंदिर का गेट मनमर्जी से खोला जाता है,अगर इस गेट को समयबद्ध तरीके से खोला जाए तो ना सिर्फ मंदिर प्रबंधन को आसानी होगी, बल्कि बाजार के व्यापारियों को भी लाभ होगा। गुप्ता ने कहा कि सरकार और प्रशासन सिर्फ रघुनाथ बाजार की ओर ही ध्यान देते हैं, जबकि आसपास के अन्य बाजारों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। हमारी समस्याएं दूर करने की किसी को चिंता नहीं है। अगर सरकार सहयोग करें तो हालात सुधर सकते हैं और जारी मंदी का असर भी कम हो सकता है। उन्होंने मांग की कि अनियमित बिजली कटौती पर तत्काल रोक लगाई जाए, ताकि होटलों में ठहरे यात्रियों को असुविधा ना हो। यात्रियों और पर्यटकों को कटरा से जम्मू तक लाने के लिए गंभीर प्रयास किए जाने की जरूररत है। बाजार के सौंदर्यकरण के प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि पर्यटकों को आसानी से इस क्षेत्र की ओर आकर्षित किया जा सकें।
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