दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
श्रीनगर।
'कौशल विकास एवं उद्यमिता पर एक सप्ताह की राष्ट्रीय कार्यशाला सोमवार को यहां एडवांस्ड एडवांस्ड स्टडीज इन एजुकेशन (आईएएसई), एमए रोड में शुरू हुई।
जम्मू एवं कश्मीर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के लगभग 40 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में भाग लिया, जिसे क्लस्टर विश्वविद्यालय द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री सैयद मोहम्मद अलताफ बुखारी, जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे, ने इस तरह की कार्यशाला का आयोजन करने और एक विषय चुनने के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों की सराहना की, जो उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महत्वपूर्ण है।
बुखारी ने कहा, 'इन कार्यशालाओं के माध्यम से, एक भागीदार को अपनी राय देने का मौका मिलता है जो किसी भी मुद्दे की बेहतर समझ को जाता है
शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के बारे में बात करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के विभिन्न खुले क्षेत्रों में 15 नए कॉलेजों की स्थापना करना है जो उन क्षेत्रों में छात्रों की जरूरतों को पूरा करेगा। शिक्षा में उन्नत अध्ययन संस्थान की लंबी सेवा की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि संस्थान सात सात दशकों से शिक्षा के लिए योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि संस्थान न केवल विद्यालय की शिक्षा की शैक्षणिक जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि सह-पाठ्यचर्या और व्यावसायिक पहलुओं को भी पूरा करता है।
आयोजकों ने सूचित किया कि कार्यशाला उद्यमिता के लिए कौशल के बारे में सीखने, स्थानीय कौशल और उद्यमिता के बारे में ज्ञान देने, राज्य के उद्योग का एक हिस्सा बनाने, प्राकृतिक रंगाई में चुनौतियों के बारे में सीखने, पश्मिना ऊन के महत्व और संरचना को महत्व देने, पश्मीना प्रसंस्करण और बुनाई तथा अन्य संबंधित विषयों के कौशल विकास के लिए है। बुखारी ने सितंबर में आयोजित 'राइट क्लिक' थीम पर फोटो प्रतियोगिता में उच्च स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को लिए प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्हों के साथ सम्मानित किया। वार्षिक रिसर्च जर्नल ऑफ एडवांस्ड स्ट्डीज इन एडवांस्ड स्ट्डीज इन एजुकेशन ष्रिसर्च कॉम्पेनियमष् भी इस अवसर पर जारी किया गया।
इस अवसर पर उप कुलपति समूह विवि श्रीनगर (सीयूएस) प्रो शेख जाविद अहमद, रजिस्ट्रार सीयूएस प्रो। मोहम्मद यासीन, कंट्रोलर सीयूएस मुमताज अली, कार्यशाला समन्वयक प्रो सीमा नाज, विभिन्न महाविद्यालयों के प्रिंसिपल तथा अन्य संबंधित अधिकारी शिक्षा विभाग उपस्थित थे। कार्यशाला के लिए संसाधन व्यक्तियों में आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी डॉ अनु मिश्रा (आईआईसीटी) भदोही, प्रोफेसर (डॉ) सरफराज अहमद वानी, स्कास्ट कश्मीर से डॉ पी के मिश्रा, आईएएसई से डॉ सैयद मकबूल गिलानी और तकनीकी विशेषज्ञ, ऐजाज अहमद शाह शामिल हैं।
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श्रीनगर।
'कौशल विकास एवं उद्यमिता पर एक सप्ताह की राष्ट्रीय कार्यशाला सोमवार को यहां एडवांस्ड एडवांस्ड स्टडीज इन एजुकेशन (आईएएसई), एमए रोड में शुरू हुई।
जम्मू एवं कश्मीर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के लगभग 40 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में भाग लिया, जिसे क्लस्टर विश्वविद्यालय द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री सैयद मोहम्मद अलताफ बुखारी, जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे, ने इस तरह की कार्यशाला का आयोजन करने और एक विषय चुनने के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों की सराहना की, जो उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महत्वपूर्ण है।
बुखारी ने कहा, 'इन कार्यशालाओं के माध्यम से, एक भागीदार को अपनी राय देने का मौका मिलता है जो किसी भी मुद्दे की बेहतर समझ को जाता है
शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के बारे में बात करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के विभिन्न खुले क्षेत्रों में 15 नए कॉलेजों की स्थापना करना है जो उन क्षेत्रों में छात्रों की जरूरतों को पूरा करेगा। शिक्षा में उन्नत अध्ययन संस्थान की लंबी सेवा की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि संस्थान सात सात दशकों से शिक्षा के लिए योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि संस्थान न केवल विद्यालय की शिक्षा की शैक्षणिक जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि सह-पाठ्यचर्या और व्यावसायिक पहलुओं को भी पूरा करता है।
आयोजकों ने सूचित किया कि कार्यशाला उद्यमिता के लिए कौशल के बारे में सीखने, स्थानीय कौशल और उद्यमिता के बारे में ज्ञान देने, राज्य के उद्योग का एक हिस्सा बनाने, प्राकृतिक रंगाई में चुनौतियों के बारे में सीखने, पश्मिना ऊन के महत्व और संरचना को महत्व देने, पश्मीना प्रसंस्करण और बुनाई तथा अन्य संबंधित विषयों के कौशल विकास के लिए है। बुखारी ने सितंबर में आयोजित 'राइट क्लिक' थीम पर फोटो प्रतियोगिता में उच्च स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को लिए प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्हों के साथ सम्मानित किया। वार्षिक रिसर्च जर्नल ऑफ एडवांस्ड स्ट्डीज इन एडवांस्ड स्ट्डीज इन एजुकेशन ष्रिसर्च कॉम्पेनियमष् भी इस अवसर पर जारी किया गया।
इस अवसर पर उप कुलपति समूह विवि श्रीनगर (सीयूएस) प्रो शेख जाविद अहमद, रजिस्ट्रार सीयूएस प्रो। मोहम्मद यासीन, कंट्रोलर सीयूएस मुमताज अली, कार्यशाला समन्वयक प्रो सीमा नाज, विभिन्न महाविद्यालयों के प्रिंसिपल तथा अन्य संबंधित अधिकारी शिक्षा विभाग उपस्थित थे। कार्यशाला के लिए संसाधन व्यक्तियों में आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी डॉ अनु मिश्रा (आईआईसीटी) भदोही, प्रोफेसर (डॉ) सरफराज अहमद वानी, स्कास्ट कश्मीर से डॉ पी के मिश्रा, आईएएसई से डॉ सैयद मकबूल गिलानी और तकनीकी विशेषज्ञ, ऐजाज अहमद शाह शामिल हैं।
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