डीडीबी जम्मू बैठक आयोजित, 690 करोड़ रु का कैपिटल सिटी प्लान, 212 करोड़ रु का जिला सेक्टर प्लान स्वीकृत
महबूबा मुफ्ती |
मुख्यमंत्री जिला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 50 लाख रू, 22 करोड़ रुपये अतिरिक्त जारी करने की घोषणा की
दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू और श्रीनगर के पूंजीगत शहरों के विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
जम्मू जिले की जिला विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने दोनों शहरों के लिए कैपिटल सिटी प्लान तैयार करके जिला प्रशासन से इन बड़े शहरों में विकास प्रक्रिया को अलग करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यह, सुनिश्चित करेगा कि इन दो शहरों में विकास ढांचा स्थैतिक नहीं रहेगा और कार्यों की प्रगति को नवीनीकृत गति प्राप्त होगी।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू और श्रीनगर, राजधानी शहर होने चलते नागरिक सुविधाओं की बढ़ती मांगों के अतिरिक्त काफी अस्थायी आबादी का भार उठाना पड़ता है और नियोजन प्रक्रिया में इन घटकों पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
निष्पादन एजेंसियों से परियोजना के पूरा होने की समय सीमा का पूरी तरह से पालन करने को कहते हुए महबूबा मुफ्ती ने आशा व्यक्त की कि निष्पादन के तहत परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा समय सीमा के भीतर पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने जिले में आगामी ग्रीष्मकाल और सिंचाई के मौसम को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त पंपों और लिफ्ट मोटर्स को तैयार करने निर्देश दिया। उन्होंने विधायकों को स्थानीय युवाओं को स्व-सहायता समूह बनाने में प्रोत्साहित करने की सलाह दी, जो सरकार की परियोजना के निष्पादन में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल विकास की प्रक्रिया में स्थानीय समुदाय को शामिल करेगा बल्कि कई बेरोजगार युवाओं के लिए आजीविका के साधन भी प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से नव निर्मित जम्मू-उधमपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पैच पर एनएचएआई को अधिक सड़क सुविधाओं और एम्बुलेंस जैसी आपातकालीन प्रतिक्रिया उपकरण उपलब्ध कराने तथा सड़क चौड़ा करने के कारण प्रभावित नंदनी के विक्रेताओं के पुनर्वास का मुद््दा उठाने को कहा। उन्होंने जहां सभी स्कूल की इमारतों की सुरक्षा लेखा परीक्षा के अलावा यहां स्कूलों में उर्दू जानने वाले शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया।
महबूबा मुफ्ती ने मुबारक मंडी को राज्य के एक महत्वपूर्ण पर्यटक और सांस्कृतिक संपत्ति बताते हुए विरासत परियोजना पर काम मे तेजी लाने का निर्देशन किया। उन्होंने परियोजना पर काम की धीमी रफ्तार पर चिंता व्यक्त की और परियोजना स्थल पर तुरंत भूनिर्माण का निर्देशन किया। उन्होंने परिसर के पास पार्किंग स्लॉट के संचालन करने का निर्देश दिया ताकि विरासत परिसर के अंदर वाहन न आए। उन्होंने रघुनाथ मंदिर और आसपास के क्षेत्रों के संरक्षण और संभारने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री, जो योजना एवं विकास विभाग के प्रभारी हैं, ने जिले में चालू वित्त वर्ष की देनदारियों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 22 करोड़ रूपए जारी करने की घोषणा की। उन्होंने तवी सौंदर्यीकरण परियोजना पर काम करने के लिए एक करोड़ रुपये और आर एस पुरा क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रुपये जारी करने की भी घोषणा की। उन्होंने जिला में प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में सिविल काम करने के लिए तुरंत 50 लाख रूपये जारी करेन की भी घोशणा की।
बैठक को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री डॉ निर्मल सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने निष्पादन एजेंसियों के लिए परियोजना को समय सीमा को पूरा करने के लिए अनिवार्य कर दिया है और परिणामस्वरूप कई लंबित परियोजनाओं को ट्रैक पर रखा गया है। उपमुख्यमंत्री ने मुबारक मंडी विरासत परियोजना को जम्मू शहर की परंपरा और संस्कृति के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया।
अपने संबोधन में, वित्त मंत्री डा हसीब ए द्राबू ने जम्मू और श्रीनगर शहरों के लिए राजधानी शहर योजना को अपनाने का उल्लेख करते हुए इसे एक वृद्धिशील की बजाय एक प्रणालीगत परिवर्तन के रूप बताया। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इन शहरों की विकास प्रक्रिया को नए सिरे से गति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अगले चरण में शेष जिलों के लिए क्षेत्र विशिष्ट आवश्यकताओं और जरूरतों के आधार पर आवंटन एक विशेषज्ञ समूह द्वारा किया जाएगा।
बाद में, बोर्ड ने जम्मू कैपिटल सिटी प्लान के लिए 690 करोड़ रु और जिला क्षेत्र की योजना के तहत 212 करोड़ रूपए का परिव्यय अनुमोदित किया।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री बाली भगत; पीएचई, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री श्याम चौधरी; पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री, प्रिया सेठी; विभिन्न बोर्डों के उप चेरमैनों के अलावा विधायक सत शर्मा, चौधरी सुखानंदन, देविंदर सिंह राणा, राजेश गुप्ता, डॉ गगन भगत, कमल अरोड़ा, राजीव शर्मा, देविंदर मन्याल, डॉ कृष्ण लाल, अशोक खजुरिया, रमेश अरोड़ा, चरणजीत सिंह खालसा और मास्टर नूर हुसैन बैठक में उपस्थित थे। मुख्य सचिव, बी आर शर्मा, वित्तीय आयुक्त, योजना एवं विकास और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव बी बी व्यास, कई विभागों के प्रशासनिक प्रमुख, मंडलायुक्त जम्मू पवन कोतवाल, जम्मू जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी बैठक में भी उपस्थित थे।
0 टिप्पणियाँ :
एक टिप्पणी भेजें