प्रो. भीम सिंह |
नेशनल पैंथर्स पार्टी ने कश्मीर में दो संसदीय सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है। पार्टी संरक्षक प्रो. भीम सिंह ने सरकार पर उनके नेताओं की सुरक्षा वापस लेने का आरोप भी लगाया। सोमवार को श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत में प्रो. सिंह ने कहा कि उनके पार्टी के नेता सैयद मसूद इंद्राबी, मंजूर अहमद नाईक, फारूक अहमद डार, शाह फियाज, हकीन आरिफ अली को वर्षो से सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन वर्तमान पीडीपी-भाजपा सरकार ने उनसे सुरक्षा वापस ले ली है। वर्ष 1996 में विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता मुहम्मद रमजान बांडे को आतंकियों की गोलियों का निशाना बनना पड़ा था। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले पार्टी ने उपचुनाव लडऩे का फैसला किया था। लेकिन गत रविवार को पीडीपी के सम्मेलन पर हमले के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा की है। उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओं व समर्थकों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की।
प्रो. सिंह ने कहा कि सर्दियों में कश्मीर के साठ प्रतिशत मतदाता काम के सिलसिले में पड़ोसी राज्यों में होते हैं। यह मामला उन्होंने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के समक्ष भी रखा है। उन्होंने इस पर गौर करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय पूरी सरकार जम्मू में है। ऐसे में चुनाव का कोई भी औचित्य नहीं बनता। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पैंथर्स के साथ सौतेला व्यवहार करती है। वह नहीं चाहती कि उनकी पार्टी चुनाव लड़े। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार कश्मीर के दोनों सीटों पर धांधली करना चाहती है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी उसने ऐसा ही किया। इसीलिए उन्होंने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया। उन्होंने यह भी कहा कि अगले सप्ताह पैंथर्स पार्टी संसद के बाहर प्रदर्शन कर जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष करेगी।
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