दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।
डोगरा सदर सभा के चेयरमैन गुलचैन सिंह चाढ़क ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारी की गलत नीति के चलते कश्मीर भारत के हाथ से निकलता हुआ दिखाई दे रहा है। आए दिन वहां ङ्क्षहसक प्रदर्शनों में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन उन्हें मूकदर्शक बन कर रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। राज्य को यदि बचाना है तो यहां राज्यपाल शासन लागू किया जाए।
सोमवार को उन्होंने कहा कि आतंकियों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वे घाटी के कुछ हिस्सों को आजाद हिस्सा घोषित करने की तैयारी में हैं। केंद्र की कश्मीर पर नीति साफ नहीं है। चाढ़क ने जम्मू विकास में पर्यटन स्थलों को विकसित न करने पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जम्मू में कृत्रिम झील, केबल कार परियोजना, समेत पर्यटन संबंधी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं हवा में हैं। जम्मू में पर्यटन की कई संभावनाएं हैं, लेकिन उसका विकास नहीं किया जा रहा। चाढ़क ने कहा कि फ्लाईओवर के उद्घाटन मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से तीन प्रश्न पूछे थे, जिनमें ऐतिहासिक मुबारक मंडी व अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम क्यों नहीं हो रहा। उन्होंने जम्मू में समर सचिवालय को स्थापित करने पर जोर दिया। कश्मीर में हालात ठीक न होने के चलते जम्मू के लोग कश्मीर सचिवालय में अपना काम कराने नहीं जा सकते। उन्होंने कहा कि जम्मू को यदि बचाना है तो यहां के लोगों को एकत्रित होकर केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों का विरोध करना होगा।
जम्मू।
डोगरा सदर सभा के चेयरमैन गुलचैन सिंह चाढ़क ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारी की गलत नीति के चलते कश्मीर भारत के हाथ से निकलता हुआ दिखाई दे रहा है। आए दिन वहां ङ्क्षहसक प्रदर्शनों में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन उन्हें मूकदर्शक बन कर रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। राज्य को यदि बचाना है तो यहां राज्यपाल शासन लागू किया जाए।
सोमवार को उन्होंने कहा कि आतंकियों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वे घाटी के कुछ हिस्सों को आजाद हिस्सा घोषित करने की तैयारी में हैं। केंद्र की कश्मीर पर नीति साफ नहीं है। चाढ़क ने जम्मू विकास में पर्यटन स्थलों को विकसित न करने पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जम्मू में कृत्रिम झील, केबल कार परियोजना, समेत पर्यटन संबंधी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं हवा में हैं। जम्मू में पर्यटन की कई संभावनाएं हैं, लेकिन उसका विकास नहीं किया जा रहा। चाढ़क ने कहा कि फ्लाईओवर के उद्घाटन मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से तीन प्रश्न पूछे थे, जिनमें ऐतिहासिक मुबारक मंडी व अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम क्यों नहीं हो रहा। उन्होंने जम्मू में समर सचिवालय को स्थापित करने पर जोर दिया। कश्मीर में हालात ठीक न होने के चलते जम्मू के लोग कश्मीर सचिवालय में अपना काम कराने नहीं जा सकते। उन्होंने कहा कि जम्मू को यदि बचाना है तो यहां के लोगों को एकत्रित होकर केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों का विरोध करना होगा।
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