बुधवार, मई 03, 2017

मुख्यमंत्री ने किया इंडो-डच फलोद्यान का उद्घाटन

मुख्यमंत्री ने इंडो-डच फलोद्यान का उद्घाटन किया, स्कास्ट में गल्र्स होस्टल का नींव पत्थर रखा
प्रयोगशाला तथा क्षेत्र के बीच दूरी को कम करने के निर्देश दिये 


दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को स्कास्ट में इंडो-डच डिमांस्ट्रेशन सह एक्सपैरिमैंटल हाई डेन्सिटी ऑचर्ड का उदघाटन किया। उन्होंने प्रयोगशालाओं का दौरा भी किया तथा कैम्पस में गल्र्स होस्टल का नींव पत्थर रखा।
मुख्यमंत्री ने कैम्पस में फलोद्यान स्थापित करने के लिए सेब का पौधा लगाया।  कृषि मंत्री गुलाम नबी लोन हंजूरा, बागवानी मंत्री सईद बशारत बुखारी तथा बागवानी सचिव एम.एच. मलिक इस अवसर पर उपस्थित थे।  महबूबा मुफ्ती ने एक्सपैरिमैंटल फील्ड का दौरा कर वैज्ञानिकों के साथ बातचीत की। उपकुलपति प्रो. नजीर अहमद ने मुख्यमंत्री को डिमांस्ट्रेशन आर्चड की विशेषताएं बताईं। 
उपकुलपति ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि कैम्पस में 111 छोटी तथा बड़ी शोध परियोजनाएं प्रगति पर हैं तथा 18.93 करोड़ रु. की राशि के साथ 32 नई परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि विज्वविद्यालय ने उच्च गुणवत्ता वाले चावल, मक्की, गेहुं तथा अन्य फसलों की 12 नई नस्लें तैयार की हैं तथा बडगांव, बारामुला, बांदीपोरा तथा कुपवाडा जिलों के लिए मुश्कबुदगी की खेती को बढ़ावा दे रहा है।
उन्होंने कहा कि उनका विश्वविद्यालय घाटी में मंदी सब्जियों के उत्पादन के लिए कार्य कर रहा है तथा हाल ही में किसानों को हफ्ते में दो बार मौसम सम्बंधित सलाह दी गई है।
इसके उपरांत मुख्यमंत्री, जो विश्वविद्यालय की प्रो. कुलपति भी हैं, ने विश्वविद्यालय की रेजिड़यु एंड क्वालिटी एनालाईसिस तथा पेस्टीसाईड रेजिड़यु एनालाईसिस प्रयोगशालाओं का दौरा कर वहां पर चल रहे कार्यों का जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रयोशालाओं तथा क्षेत्रों के बीच दूरी को कम करने तथा अधिक से अधिक विस्तार कार्यों के माध्यम से नियमित तौर पर किसानों के साथ जांच की गई शोध को साझा करने को कहा।
कैम्पस के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने महिला छात्राओं के लिए एक होस्टल ब्लॉक का नींव पत्थर भी रखा। इस तीन मंजिला होस्टल का निर्माण 5.30 करोड़ रु. की राशि के साथ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने छात्राओं की सुविधा के लिए होस्टल के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये।  उपकुलपति ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि कश्मीर घाटी में पढऩे वाले कैम्पसों में 5 होस्टलों का कार्य प्रगति पर है।
 वरिष्ठ वैज्ञानिक, शिक्षक, अधिकारी, बुद्धिजीवी तथा अधिक संख्या में किसान इस अवसर पर उपस्थित थे। 


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