यूपी के मैनपुरी में तिमा अनावरण कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि कांग्रेस ने उनकी जिंदगी खराब कर दी। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर कई मुकदमें लगाए गए। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला कहा कि झूठे बादे कर जनता को ठगा गया। चुनाव से पहले जनता के खाते में 15-15 लाख रुपये भेजने का वादा करने वाले मोदी ने 1 रुपया भी नहीं दिया। आज देश का किसान संकट में है। उन्होंने सपा सरकार में किसानों के कर्जे माफ किए। उनकी जमीनें नीलाम होने से बचाईं।
मुलायम ने कहा कि मोदी ने वादा खिलाफी की है। वादा खिलाफी भी एक तरह का भ्रष्टाचार है। झूठ बोलकर सत्ता हासिल करने वाले मोदी 15 लाख नहीं दे पा रहे तो जनता को 3-3 लाख रुपये ही दे दें। मुलायम ने कहा देश की जनसंख्या बढ़ रही है। खेती घट रही है। आस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी गेहूं का संकट है। किसान खुशहाल नहीं हुआ तो इस जनसंख्या का पेट कैसे भरेगा। उन्होंने आगरा से बांदा के बीच के जंगल को खत्म कर खेती लायक बनाने का सुझाव दिया और कहा कि सपा ने अपनी सरकार में किसानों के 1600 करोड़ के कर्जे माफ किए। लेकिन मोदी सरकार जनता के हित में कोई काम नहीं कर रही। सपा सरकार ने पढ़ाई, सिंचाई मुफ्त की, नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था कराई।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस ने उनकी जिंदगी खराब कर दी। उनके ऊपर कई मुकदमें लगाए गए। कांग्रेस की सरकार ने मस्जिद गिरवा दी। उन्होंने मस्जिद को टूटने से बचाने के लिए गोली चलाने का आदेश दिया। 16 लोगों की जानें चली गईं। इसका उन्हें अफसोस है लेकिन यदि वे ऐसा नहीं करते तो देश की एकता बिखर जाती। देश की एकता के लिए उन्होंने ये सब किया।
करहल के ग्राम गुनहिया में शहीद धर्मेंद्र यादव की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मस्जिद टूटने के दौरान अटल और आड़वानी ने मरने वालों की संख्या 56 बताई। लेकिन उनके मांगने के बाद भी इस संख्या की सूची नहीं दी गई। सिर्फ 16 लोग ही मरे और 84 लोग घायल हुए। इस घटना का उन्हें दुख है लेकिन उन्होंने देश का बंटवारा रोकने के लिए ये सब किया। मुलायम ने कांग्रेस और सपा के गठबंधन का फिर विरोध किया और कहा कि कांग्रेस ने उनकी जिंदगी खराब कर दी। मुसलमान आज भी कांग्रेस को मस्जिद टूटने का गुनहगार मानता है। मुसलमान कभी भी कांग्रेस को वोट नहीं देंगे। वे सपा के साथ हैं। लेकिन अखिलेश ने कांग्रेस से गठबंधन किया तो पूरे प्रदेश ने विरोध कर दिया।
मैनपुरी आए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल के सेक्युलर मोर्चे की हवा निकाल दी। कहा कि सब लोग मिलकर समाजवादी पार्टी को मजबूत करें। आने वाले दिनों में सपा की कमान युवाओं के हाथों में होगी। मुलायम ने कहा कि शिवपाल को समझाया है आज फिर बात होगी। शिवपाल को समझाकर मामले का हल निकाला जाएगा। हालांकि मुलायम ने ये भी कहा कि अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाकर उन्होंने भूल की। अगर वे मुख्यमंत्री बनते तो आज सपा का ये हाल न होता।
दो दिन पहले शिवपाल ने मुलायम को सेक्युलर मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा की थी। लेकिन सपा मुखिया ने रविवार को सेक्युलर मोर्चे के संबंध में कोई बात ही नहीं की। उन्होंने कहा कि शिवपाल नाराज है। शिवपाल ने पार्टी के लिए बहुत मेहनत की है। पार्टी में शकुनि कौन है ये सभी लोग जानते हैं। शिवपाल को चुनाव में हराने के लिए रुपये खर्च किए गए लेकिन फिर भी शिवपाल 52 हजार वोटों से जीत गए।
यहां मुलायम ने अखिलेश सरकार के कामों की तारीफ ही नहीं की वल्कि पूर्व की तरह अखिलेश पर सीधा हमला नहीं बोला। मुलायम ने इतना जरूर कहा कि पिछली बार 224 सीटें प्रदेश की जनता ने सपा को दीं लेकिन इसबार सिर्फ 47 सीटें रह गईं। अगर वे चुनाव प्रचार नहीं करते तो इतनी भी सीटें नहीं आती। उनके प्रचार करने से 14 सीटें बढ़ गईं। सपा की इस हालत के लिए उन्होंने पार्टी के कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि जनता की इसमें कोई गलती नहीं है। मुलायम ने मिलकर सपा को मजबूत करने का आह्वान किया।
मुलायम ने कहा कि कड़ी मेहनत करके सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाया। अगर वे सीएम बन जाते तो आज ये स्थिति नहीं बनती। अखिलेश थाने और तहसील नहीं सुधार पाए। जिससे जनता परेशान होती रही। अखिलेश सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि अखिलेश ने 5 साल अधिकारियों को खुला छोड़ दिया। डीएम, एसपी और एसडीएम भी प्रोटोकॉल भूल गए। विधायकों और नेताओं की बात नहीं सुनी गई। नेताओं और कार्यकर्ताओं का अपमान हुआ। यही बजह रही कि चुनाव में जनता ने सपा को साफ कर दिया।
मुलायम ने कहा कि मोदी ने वादा खिलाफी की है। वादा खिलाफी भी एक तरह का भ्रष्टाचार है। झूठ बोलकर सत्ता हासिल करने वाले मोदी 15 लाख नहीं दे पा रहे तो जनता को 3-3 लाख रुपये ही दे दें। मुलायम ने कहा देश की जनसंख्या बढ़ रही है। खेती घट रही है। आस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी गेहूं का संकट है। किसान खुशहाल नहीं हुआ तो इस जनसंख्या का पेट कैसे भरेगा। उन्होंने आगरा से बांदा के बीच के जंगल को खत्म कर खेती लायक बनाने का सुझाव दिया और कहा कि सपा ने अपनी सरकार में किसानों के 1600 करोड़ के कर्जे माफ किए। लेकिन मोदी सरकार जनता के हित में कोई काम नहीं कर रही। सपा सरकार ने पढ़ाई, सिंचाई मुफ्त की, नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था कराई।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस ने उनकी जिंदगी खराब कर दी। उनके ऊपर कई मुकदमें लगाए गए। कांग्रेस की सरकार ने मस्जिद गिरवा दी। उन्होंने मस्जिद को टूटने से बचाने के लिए गोली चलाने का आदेश दिया। 16 लोगों की जानें चली गईं। इसका उन्हें अफसोस है लेकिन यदि वे ऐसा नहीं करते तो देश की एकता बिखर जाती। देश की एकता के लिए उन्होंने ये सब किया।
करहल के ग्राम गुनहिया में शहीद धर्मेंद्र यादव की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मस्जिद टूटने के दौरान अटल और आड़वानी ने मरने वालों की संख्या 56 बताई। लेकिन उनके मांगने के बाद भी इस संख्या की सूची नहीं दी गई। सिर्फ 16 लोग ही मरे और 84 लोग घायल हुए। इस घटना का उन्हें दुख है लेकिन उन्होंने देश का बंटवारा रोकने के लिए ये सब किया। मुलायम ने कांग्रेस और सपा के गठबंधन का फिर विरोध किया और कहा कि कांग्रेस ने उनकी जिंदगी खराब कर दी। मुसलमान आज भी कांग्रेस को मस्जिद टूटने का गुनहगार मानता है। मुसलमान कभी भी कांग्रेस को वोट नहीं देंगे। वे सपा के साथ हैं। लेकिन अखिलेश ने कांग्रेस से गठबंधन किया तो पूरे प्रदेश ने विरोध कर दिया।
मैनपुरी आए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल के सेक्युलर मोर्चे की हवा निकाल दी। कहा कि सब लोग मिलकर समाजवादी पार्टी को मजबूत करें। आने वाले दिनों में सपा की कमान युवाओं के हाथों में होगी। मुलायम ने कहा कि शिवपाल को समझाया है आज फिर बात होगी। शिवपाल को समझाकर मामले का हल निकाला जाएगा। हालांकि मुलायम ने ये भी कहा कि अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाकर उन्होंने भूल की। अगर वे मुख्यमंत्री बनते तो आज सपा का ये हाल न होता।
दो दिन पहले शिवपाल ने मुलायम को सेक्युलर मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा की थी। लेकिन सपा मुखिया ने रविवार को सेक्युलर मोर्चे के संबंध में कोई बात ही नहीं की। उन्होंने कहा कि शिवपाल नाराज है। शिवपाल ने पार्टी के लिए बहुत मेहनत की है। पार्टी में शकुनि कौन है ये सभी लोग जानते हैं। शिवपाल को चुनाव में हराने के लिए रुपये खर्च किए गए लेकिन फिर भी शिवपाल 52 हजार वोटों से जीत गए।
यहां मुलायम ने अखिलेश सरकार के कामों की तारीफ ही नहीं की वल्कि पूर्व की तरह अखिलेश पर सीधा हमला नहीं बोला। मुलायम ने इतना जरूर कहा कि पिछली बार 224 सीटें प्रदेश की जनता ने सपा को दीं लेकिन इसबार सिर्फ 47 सीटें रह गईं। अगर वे चुनाव प्रचार नहीं करते तो इतनी भी सीटें नहीं आती। उनके प्रचार करने से 14 सीटें बढ़ गईं। सपा की इस हालत के लिए उन्होंने पार्टी के कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि जनता की इसमें कोई गलती नहीं है। मुलायम ने मिलकर सपा को मजबूत करने का आह्वान किया।
मुलायम ने कहा कि कड़ी मेहनत करके सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाया। अगर वे सीएम बन जाते तो आज ये स्थिति नहीं बनती। अखिलेश थाने और तहसील नहीं सुधार पाए। जिससे जनता परेशान होती रही। अखिलेश सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि अखिलेश ने 5 साल अधिकारियों को खुला छोड़ दिया। डीएम, एसपी और एसडीएम भी प्रोटोकॉल भूल गए। विधायकों और नेताओं की बात नहीं सुनी गई। नेताओं और कार्यकर्ताओं का अपमान हुआ। यही बजह रही कि चुनाव में जनता ने सपा को साफ कर दिया।
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