सोमवार, मई 01, 2017

2019 के चुनावों की शुरुआत।

भारतीय जनता पार्टी में विचारधारा है, आंतरिक लोकतांत्रिक प्रणाली और सक्षम नेतृत्व है, जो कि अन्य दलों में नहीं दिखता: अमित शाह


दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जम्मू के दौरे पर हैं। सरकार में पीडीपी के साथ शामिल होने के बावजूद कश्मीर में हुए लोकसभा उपचुनाव में नेशनल कांफ्रेंस द्वारा बाजी मार लिए जाने के बाद अमित शाह के इस दौरे को सियासी गलियारों में वर्ष 2019 के चुनावों के लिए तैयारियों की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। अभी अनंतनाग लोकसभा सीट का भी उपचुनाव बाकी है और राज्य में जल्द ही पंचायत चुनाव होने की भी संभावनाएं हैं, जिसके मद्देनजर अमित शाह का दौरा और महत्वपूर्ण हो जाता है।
न सिर्फ जम्मू की आम जनता, बल्कि भाजपा के निचले स्तर के सदस्यों की भी यह पीड़ा थी कि चुने जाने के बाद भाजपा प्रतिनिधि अपने क्षेत्रों की समस्याओं के लिए कुछ नहीं कर रहा जिस कारण अंदरखाने बीजेपी आने वाले चुनावों में अपने लिए ही नुकसान की नींव रख रही है। इन शिकायतों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए अमित शाह ने सभी भाजपा विधायकों और पदाधिकारियों को स त निर्देश दिए कि वे जमीनी स्तर पर लोगों के साथ जुड़ें।
भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अमित शाह ने अपनी पार्टी के मंत्रियों को स्पष्ट तौर पर नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा के मंत्री न केवल अपने निर्वाचन क्षेत्रों, बल्कि राज्य के तीनों खित्तों के आम लोगों तक अपनी पहुंच बनाएं और ज मू के साथ-साथ कश्मीर और लद्दाख में अपनी पहुंच बनाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी का मिशन 44 प्लस है और सभी कार्यकर्ताओं को इसके लिए जुट जाना चाहिए।
ज मू दौरे के दौरान अमित शाह ने चैंबर्स आफ इडस्ट्री एवं कामर्स, ट्रेडर्स एसोसिएशन, व्यापारियों, वकीलों, किसान संगठनों और सहकारी संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों से भी मुलाकात की। उन्होंने राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर भी कार्यकर्ताओं से चर्चा की। पार्टी अध्यक्ष ने राज्य में पार्टी को और मजबूत बनाने के लिए कई दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने सिविल सोसायटी के सदस्यों से बात की और कहा कि देश में सभी पीएम मोदी की नीतियों पर भरोसा जता रहे हैं इसी का परिणाम है कि हाल में हुए चुनावों में बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई है।
अमित शाह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है और उन्होंने खुलकर सुरक्षा बलों के पक्ष में पार्टी के खड़े होने की बात कही तथा दोहराया कि कश्मीर में हिंसा जारी रहने तक किसी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी।
अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में विचारधारा है, आंतरिक लोकतांत्रिक प्रणाली और सक्षम नेतृत्व है, जो कि अन्य दलों में नहीं दिखता। इस वजह से भाजपा ही सही मायने में देश का विकास कर सकती है और देश में काम करने वाली करीब 1650 पार्टियों में से भाजपा ने ही संविधान की मूल भावना को अपनाया है। उन्होंने कहा 2012 में देश में कांग्रेस पार्टी का शासन था।
उस समय के प्रधानमंत्री को स्वयं भी पता नहीं रहता था कि वह प्रधानमंत्री हैं। उन्हें नोट लिखकर दिया था और वह मलेशिया में पढ़ा जाने वाला नोट कई बार सिंगापुर में पढ़ देते थे। देश की साख लगातार गिर रही थी। तीस साल के बाद 2014 में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सत्ता में आई और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। देश की वैश्विक साख में यहां सुधार हुआ और जीडीपी भी अब विश्व में सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन दी गई। नोटबंदी का कठिन फैसला हुआ।
देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सफल सर्जिकल स्ट्राइक से विश्व में भारत की साख मजबूत हुई। वन रैंक वन पेंशन को मंजूरी दी गई। एलपीजी सिलेंडर में सब्सिडी को बढ़ावा दिया गया। इससे 14 हजार करोड़ रुपये बचा। शास्त्री जी के बाद मोदी के आग्रह पर 1.40 करोड़ लोगों ने सब्सिडी का त्याग किया। सब्सिडी से बचे पैसों से उज्ज्वला योजना का शुभारंभ किया गया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस और अन्य दलों के आंतरिक लोकतंत्र पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में सोनिया गांधी के बाद अध्यक्ष कौन होगा सबको पता है। फारूक अब्दुल्ला के बाद कौन होगा सबको पता है, लेकिन अमित शाह के बाद भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा कोई नहीं बता सकता।
जम्मू कन्वेंशन सेंटर में रियासत के बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 1982 में वह बूथ स्तर के अध्यक्ष थे और अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। गरीब परिवार से संबंध रखने वाले नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। यह सब आंतरिक लोकतंत्र वाली पार्टी भाजपा में ही संभव है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा पर चल रही है और चलती रहेगी।

0 टिप्पणियाँ :

एक टिप्पणी भेजें