बुधवार, मई 03, 2017

एक के बदले चाहिए 50 पाक सैनिकों के सिर

पाकिस्तान के दुस्साहस पर पूरे देश में शोक और गुस्से की लहर 

भारतीय सेना ने की पाकिस्तान की दो चौकियां ध्वस्त, 10 पाक सैनिकों को मार गिराया

भारतीय जवानों के सिर काटने का मामला

दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू। 
भारत-पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा के पास मेंढर सेक्टर में शहीद हुए दो जवानों के शव उनके घर पहुंच गये हैं। शहीद परमजीत सिंह का पार्थिव शरीर पंजाब में उनके घर पहुंचा है। परमजीत सिंह की पत्नी ने कहा कि अभी तक सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनसे मिलने नहीं आया है, तो वहीं उनकी बेटी ने कहा कि हमें अपने पिता का पूरा शव चाहिए। शहीद परमजीत सिंह का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. अंतिम संस्कार के दौरान पूरा गांव उन्हें अलविदा कहने आया।
पाकिस्तान की कायरतापूर्ण कारवाई में शहीद हुए दो जवानों के पार्थिव शरीर जम्मू में श्रद्धांजलि देने के बाद शहीदों के  पैतृक जगहों को भेज दिए गए। शहीदों में सेना के नायब सूबेदार परमजीत सिंह है और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल प्रेम सागर है। परमजीत सिंह पंजाब के तरनतारण जिले के रहने वाले थे जबकि प्रेम सागर यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले थे।
मंगलवार को शहीद प्रेमसागर की बड़ी बेटी सरोज देवी ने कहा कि मेरे पिता हम सबको छोड़कर हमेशा के लिए चले गए हैं, लेकिन पिता की शहादत पर मुझे गर्व है। वह भारत माता के वीर सपूत थे और देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं। भारत सरकार और भारतीय सेना से अपील है कि अब इंतजार न करें। मेरे पिता के बदले 50 पाकिस्तान सेना के जवानों का सिर चाहिए।
बीएसएफ के जवान दयाशंकर बोले, मेरे भाई की शहादत पर राजनीति न की जाए। सरकार सेना और अर्धसैनिक बलों को आदेश दे तो हम लोग अंदर घुस कर पाकिस्तानियों को मारेंगे। उन्हें सबक सिखा देंगे कि भारतीय जवान का सिर काटने की सजा क्या होती है।
इस घटना के बाद शहीद हेमराज की मां ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ निर्णायक जंग का वक्त आ गया है। लांसनायक हेमराज भी पाकिस्तानी सेना की बर्बरता का शिकार हो गए थे। शहीद हेमराज के परिजनों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए भारत सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
हेमराज के परिजनों ने कहा कि जब हमारा बेटा शहीद हुआ था तो उस समय भी एक सिर के बदले 10 सिर लाने की बात कही थी, लेकिन अब तक सरकार द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। हेमराज के घरवालों ने कहा, 'हमारी सरकार से मांग है कि जल्द ही पाकिस्तान के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई हो, जिससे हमारे और ज्यादा नौजवान शहीद न हों और शहीद होने पर उनके शवों के साथ ऐसा बर्ताव न हो।'
गौरतलब है कि सोमवार सुबह जम्मू के पुंछ में कृष्णाघाटी सेक्टर में पाकिस्तान ने एक बार फिर एलओसी पर कायरतापूर्ण कारवाई की और भारतीय सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में दो सैनिक शहीद हो गए जबकि एक जवान घायल हो गया। इस हमले के बाद भारतीय सेना ने बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान की इस कारवाई का माकूल जवाब दिया जायेगा। भारत के रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि दो सैनिकों के शव क्षत-विक्षत करना बर्बरता की इंतहा है, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
 भारत के दो जवानों को मारने के बाद उनके शवों के साथ की गई बर्बरता से पूरे देश में गुस्सा है। भारतीय सेना ने भी इसका कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तान की दो चौकियों को ध्वस्त किया और पाक के 10 सैनिकों को मार गिराया। मंगलवार को आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने भी श्रीनगर पहुंच कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
देवरिया में प्रेमसागर के परिवार वालों ने कहा कि दुख के साथ खुशी भी है कि हमारा भाई देश के लिए शहीद हुआ. अन्य गांव वालों ने भी कहा कि पीएम को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन लेना चाहिए.
आपको बता दें कि अभी प्रेमसागर के घर पर काम चल रहा था, वह जब भी आते थे तो अपने घर को बनाने का काम करवाते थे. वहीं दूसरी ओर परमजीत सिंह ने भी अपने घर के काम को पूरा करवाने के लिए दो माह की छुट्टी ले रखी थी. विडंबना की बात यह है कि परमजीत का शव उसी घर में रखा गया है, जिसके लिए वह घर आए हुए थे।
परमजीत सिंह के भाई ने चरनजीत सिंह ने कहा कि कब तक ऐसे कई परमजीत सिंह शहीद होते रहेंगे, कब तक देश के जवान बार-बार शहीद होते रहेंगे. उनके भाई ने कहा कि पीएम मोदी की 56 इंच की छाती कब अपना जौहर दिखाएगी। इसके साथ ही प्रेम सागर की दो बेटियों ने भी पाकिस्तान से बदला लेने की बात कही है. उनकी बेटियों ने गुहार लगाई है कि उनके पिता के ना होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही उनकी देखरेख करें. बेटी सरोज ने अपने पिता की कुर्बानी के बदले पाकिस्तानी सेना के 50 सिर की मांग की।

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