सोमवार, मई 15, 2017

खून की नदी

अजब-गजब दुनिया

दुनिया में बहुत सी ऐसी जगह हैं जो अपनी अलग-अलग विशेषताओं के लिए फेमस है। ऐसा ही एक महाद्वीप है अंटार्कटिक। ये विश्व का सबसे ठंडा, शुष्क और तेज हवाओं वाला महाद्वीप है। अंटार्कटिका साल के लगभग सभी महीनों में दुनिया के सबसे अधिक तूफ़ानी हवाओं और बफऱ् के बड़े-बड़े तैरते पहाड़ों से घिरा रहता है इसलिए यहां एक जीवन गुजारना मुश्किल है। लेकिन यहां कई तरह के रहस्यमयी बातें होती रहती हैं। अगर हम आपसे कहें कि यहां अभी हाल ही में खून की नदी बही है तो इसका मतलब आप क्या समझेगें ? यहां पर होने वाले इस ख़ूनी वॉटरफॉल के रहस्य को अभी तक कोई नहीं सुलझा पाया था। अंटार्कटिका की इस 'खून की नदी' को सबसे पहले ऑस्ट्रेलियन जियोलॉजिस्ट, ग्रिफि़थ टेलर ने साल 1911 में खोजा था। उन्हें पहले तो ये लगा कि लाल रंग माइक्रोस्कॉपिक लालद्यद्दड्डद्ग की वजह से है। लेकिन साल 2003 में इस थ्योरी को गलत साबित किया। एक नई रिसर्च में सामने आया था कि इस पानी में ऑयरन ऑक्साइड की भरपूर मात्रा में है। ऑक्सीडाइस्ड आयरन की वजह से यहां पानी का रंग लाल आता है।
कोलोरॉडो कॉलेज और अलास्का यूनिवर्सिटी ने इसपे कई रिसर्च किए और एक नई स्टडी में पाया है कि ये पानी एक बहुत बड़ी तालाब से गिर रहा है। ख़ास बात ये है कि ये ताल पिछले कई लाख सालों से बफऱ् के नीचे दबा हुआ था। ठंड के अनुसार ये यहीं फ्रीज हो जाता है और जब थोड़ी सी भी गर्मी पड़ती है तो इसमें से पानी पिघलने लगता है और ये पानी बह कर ब्लड फाल बन लगातार बहता रहता है।
जैसा कि आप जानते हैं कि अंटार्कटिका हमेशा से ही रहस्यमय थ्योरीज का हिस्सा रहा है। यहां पर ऐसी ठंड पड़ती है जो किसी से सहन नही हो पाती और इंसान की आत्मा तक कांप उठती है। इसलिए इस जगह पर केवल रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों और पेंग्विन्स के अलावा जीवन का नामोनिशान नहीं पाया जा सकता है। थ्योरी में विश्वास करने वाले एक इंसान का कहना है कि अंटार्कटिका में एक सीक्रेट शहर छिपा है जो अटलांटिस का खोया हुआ शहर भी हो सकता है। लेकिन इस खबर की पुष्टि किसी ने नही की है।

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