शनिवार, सितंबर 09, 2017

असली 'कश्मीरियत का नमूना, हो रही हर तरफ तारीफ

श्रीनगर।
अभी तक आप कश्मीर में सुरक्षाबलों पर प्रदर्शनकारी युवाओं द्वारा पत्थर फेंकने की तस्वीरें देखने के आदि होंगे। पर हाल के दिनों में घाटी में बदलाव देखने को मिला है। सुरक्षाबलों से टकराने वाले युवा अब उनकी मदद करते दिख रहे हैं। यह संघर्ष की धारणा के बिल्कुल ही विपरित है। दरअसल, बकरीद के दूसरे दिन रविवार को बडगाम में सेना का एक वाहन सड़क से फिसल गया था। यहां जो सबसे खास बात यह दिखी कि सेना के जवानों की कश्मीर के युवा मदद कर रहे थे।
युवाओं की इस मानवीय मदद का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कई लोग इसे असली 'कश्मीरियत बता रहे हैं। करीब डेढ़ मिनट के इस विडियो में दिखाई दे रहा है कि पलट गए सेना के वाहन को सीधी करने में स्थानीय कश्मीरी युवक मदद कर रहे हैं। इसमें कश्मीरी लोगों द्वारा दुर्घटना में घायलों को पानी और फर्स्ट एड देते हुए देखा जा रहा है।
सेना के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, 'चिनार कोर के ले. जनरल जेएस सिंधु ने स्थानीय लोगों को इस मदद के लिए धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा, 'यह कश्मीरियत और इंसानियत की असली मिसाल है, जहां लोग एक दूसरे की मदद करते हैं। इससे जवान और अवाम के बीच रिश्ते मजबूत होंगे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चेक-ए-फारो गांव के निवासी घटना के तुरंत बाद दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और इसमें घायल जवानों की मदद की। कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने ट्विटर पर लिखा, 'कश्मीरी मुसलमानों ने घायल जवानों को पानी पिलाया। यही कश्मीरियत है।
जम्मू-कश्मीर राज्य महिला डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन की सदस्य राब्या नूर ने कहा, 'कश्मीरियत और मानवता की मिसाल। कश्मीरी सेना दुर्घटना में घायल सेना के जवानों की मदद कर रहे हैं। यह साबित करता है कि हम यह नहीं भूले हैं कि हम एक-दूसरे के लिए हैं।

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