दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।
जीएमसी की इमरजेंसी में गत दिनों पौनी चक्क ब्लाक मढ़ निवासी आशा रानी (43) की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है। दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल में भेजे गए मृतक के सैंपल में उसके एच1एन1 वायरस से पीडि़त होने की पुष्टि हुई है। इस मौत की खबर के बाद राज्य के लोगों में स्वाइन फ्लू की दहशत फैल गई है और वे इससे बचाव के लिए जागरुक भी हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मृतका के परिवार के तीन सदस्यों का एहतियातन स्वाइन फ्लू का इलाज शुरू किया गया है। इसमें सदस्यों को एक हफ्ता टैमीफ्लू की टैबलेट के साथ अन्य जरूरी एहतियात बरतने की हिदायत दी गई है। जम्मू संभाग में स्वाइन फ्लू से यह पहली मौत है। जम्मू संभाग में जिला उधमपुर में दो और जम्मू में एक पाजिटिव मामला आ चुका है।
इस सीजन में अब तक कुल 41 संदिग्ध मरीजों के सैंपल भेजे गए, जिसमें 38 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। स्वाइन फ्लू को लेकर जिला अस्पतालों में अलर्ट जारी किया गया है।स्वास्थ्य विभाग के एपिडोमानिलिजिस्ट डा. जेपी सिंह का कहना है कि मृत महिला के परिवार के तीन सदस्यों को स्वाइन फ्लू का इलाज दिया जा रहा है।
जीएमसी में गत दिनों आशा रानी में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिलने पर उसके नाक और मुंह से सैंपल लिए गए थे, लेकिन सैंपल लेने के तुरंत बाद उसने दम तोड़ दिया था। उस पर इलाज के दौरान कोई एंटीबाडीज काम नहीं कर रही थी। बताया जाता है कि वह तीर्थ स्थल मचैल यात्रा पर गई थी और वहीं से पीडि़त होकर जम्मू लौटी थी।
जम्मू में स्वाइन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभागों के स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी जरूरी इंतजाम करने के साथ संदिग्ध मरीजों के तुरंत सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए जिला अस्पताल प्रशासनों को अलग से आइसोलेट यूनिट स्थापित करने को कहा गया है।
आगामी माह में तापमान गिरने की सूरत में एच1एन1 वायरस से ज्यादा सक्रिय होने का खतरा रहेगा। संभाग में तीन पाजिटिव मामले आने से साफ हो गया है कि यहां स्वाइन फ्लू का वायरस सक्रिय है।
जम्मू।
जीएमसी की इमरजेंसी में गत दिनों पौनी चक्क ब्लाक मढ़ निवासी आशा रानी (43) की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है। दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल में भेजे गए मृतक के सैंपल में उसके एच1एन1 वायरस से पीडि़त होने की पुष्टि हुई है। इस मौत की खबर के बाद राज्य के लोगों में स्वाइन फ्लू की दहशत फैल गई है और वे इससे बचाव के लिए जागरुक भी हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मृतका के परिवार के तीन सदस्यों का एहतियातन स्वाइन फ्लू का इलाज शुरू किया गया है। इसमें सदस्यों को एक हफ्ता टैमीफ्लू की टैबलेट के साथ अन्य जरूरी एहतियात बरतने की हिदायत दी गई है। जम्मू संभाग में स्वाइन फ्लू से यह पहली मौत है। जम्मू संभाग में जिला उधमपुर में दो और जम्मू में एक पाजिटिव मामला आ चुका है।
इस सीजन में अब तक कुल 41 संदिग्ध मरीजों के सैंपल भेजे गए, जिसमें 38 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। स्वाइन फ्लू को लेकर जिला अस्पतालों में अलर्ट जारी किया गया है।स्वास्थ्य विभाग के एपिडोमानिलिजिस्ट डा. जेपी सिंह का कहना है कि मृत महिला के परिवार के तीन सदस्यों को स्वाइन फ्लू का इलाज दिया जा रहा है।
जीएमसी में गत दिनों आशा रानी में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिलने पर उसके नाक और मुंह से सैंपल लिए गए थे, लेकिन सैंपल लेने के तुरंत बाद उसने दम तोड़ दिया था। उस पर इलाज के दौरान कोई एंटीबाडीज काम नहीं कर रही थी। बताया जाता है कि वह तीर्थ स्थल मचैल यात्रा पर गई थी और वहीं से पीडि़त होकर जम्मू लौटी थी।
जम्मू में स्वाइन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभागों के स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी जरूरी इंतजाम करने के साथ संदिग्ध मरीजों के तुरंत सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए जिला अस्पताल प्रशासनों को अलग से आइसोलेट यूनिट स्थापित करने को कहा गया है।
आगामी माह में तापमान गिरने की सूरत में एच1एन1 वायरस से ज्यादा सक्रिय होने का खतरा रहेगा। संभाग में तीन पाजिटिव मामले आने से साफ हो गया है कि यहां स्वाइन फ्लू का वायरस सक्रिय है।
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