कोर्ट से की अपील, मसाज के लिए हनीप्रीत को साथ रहने दो
चंडीगढ़ ।
बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम जेल में अपनी 'हनी के लिए तड़प रहा है. रामरहीम ने सीबीआई कोर्ट से अपील की है कि हनीप्रीत को जेल में उसके साथ रहने की अनुमति दी जाए. उसकी दलील है कि हनीप्रीत उसकी फिजियोथेरेपिस्ट के साथ-साथ मसाज करने वाली भी हैं. सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को पूर्व साध्वियों के साथ रेप के दो मामलों में दस-दस साल की सजा सुनाई है. ये सजा उसे अलग-अलग काटनी होगी.
हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत इंसा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. दरअसल हनीप्रीत पर आरोप है कि उसने गुरमीत रामरहीम को जेल से भगाने की साजिश रची थी. कोर्ट के द्वारा रामरहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद हनीप्रीत उसके साथ भाग जाना चाहती थी. कुछ दिन पहले हनीप्रीत के पराए पति ने दावा किया था कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के अपनी गोद ली हुई बेटी के साथ यौन संबंध थे. हालांकि डेरा सच्चा सौदा ने इन आरोपों को खारिज किया था.
दोषी करार दिए जाने के बाद 'पिता-पुत्री ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें साथ रहने की अनुमति दी जाए। हनीप्रीत ने अपने वकील के जरिए कोर्ट में एप्लीकेशन दिया था, जबकि गुरमीत राम रहीम ने कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट ने दोनों की गुहार को खारिज कर दिया। हालांकि गुरमीत को दोषी करार दिए जाने के दिन पुलिस ने दोनों को कोर्ट से रोहतक तक साथ जाने दिया और सुनैरा जेल में पुलिस गेस्टहाउस में दोनों साथ ही रहे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक फोटो में दोनों को हेलिकॉप्टर में बैठकर चॉकलेट खाते देखा जा सकता है। तस्वीर सामने आने के बाद बवाल मच गया। इसके बाद प्रशासन ने गुरमीत रामरहीम को साधारण जेल में शिफ्ट कर दिया। रामरहीम के दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा और पंजाब में डेरा समर्थकों ने जबरदस्त हिंसा फैलाई। इस हिंसा में कम से कम तीन दर्जन लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए। पंजाब और हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों की संख्या करोड़ों में है।
हालांकि दिलचस्प बात ये है कि गुरमीत राम रहीम ने अपने परिवार के किसी सदस्य, पत्नी, बेटे या बेटी को जेल में साथ रहने के लिए नहीं पूछा है। लेकिन, हनीप्रीत के गायब होने के बाद रामरहीम बेचैन है। सूत्रों के मुताबिक रामरहीम ने जेल प्रशासन से हनीप्रीत को उसके पास लाने की गुजारिश की है। कोर्ट के फैसले दिन ही हनीप्रीत को गुरमीत रामरहीम के साथ आखिरी बार देखा गया था। आईजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) क्यूएस चावला ने कहा कि हनीप्रीत के पास पासपोर्ट है और वह देश छोड़कर भाग भी सकती है।
दलित लीडर स्वदेश किराड रोहतक जेल में ही कुछ दिन थे और अब बाहर हैं। जेल में किराड की सेल रामरहीम के बगल में थी। उन्होंने बताया कि रामरहीम सबसे यही पूछ रहा है कि 'मेरी क्या गलती है? मैंने क्या किया है? 20 साल की सजा सुनाए जाने के बाद गुरमीत रामरहीम रोने लगा था। किराड ने बताया कि वह खड़ा हो पाने की हालत में भी नहीं था। दो अधिकारी उसे लेकर जेल में गए। देखने में वो अपसेट और डरा हुआ लग रहा था। उसे हर समय सिर पकड़कर बैठे हुए और रात में रोते हुए देखा जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत के साथ-साथ बलात्कारी बाबा अपनी शाही जीवनशैली को भी मिस कर रहा है। सिरसा स्थित उसके डेरे से खुलासा हुआ कि गुरमीत रामरहीम ने अपने आश्रम में दुनिया भर की मशहूर इमारतों की प्रतिकृति बनवा रखी थी। इनमें एफिल टॉवर, क्रूज शिप, रिसॉर्ट और दुनिया के सात अजूबों की प्रतिकृति भी शामिल हैं। रामरहीम जब इन रिसॉर्ट में जाता, तो सारे सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए जाते थे। रामरहीम अपनी इन संपत्तियों को फिल्मों की शूटिंग के लिए इस्तेमाल करता। सूत्रों का कहना है कि रामरहीम अपने साथ कुछ चुनिंदा महिला साध्वियों को लेकर जाता था।
बता दें कि 2002 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखे गए एक अनाम लेटर में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख के खिलाफ रेप के आरोप लगाए गए थे। ये मामला तब बढ़ा, जब आरोपों से संबंधित खबर छापने पर एक पत्रकार की उसी साल गोली मारकर हत्या कर दी गई।
हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत इंसा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. दरअसल हनीप्रीत पर आरोप है कि उसने गुरमीत रामरहीम को जेल से भगाने की साजिश रची थी. कोर्ट के द्वारा रामरहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद हनीप्रीत उसके साथ भाग जाना चाहती थी. कुछ दिन पहले हनीप्रीत के पराए पति ने दावा किया था कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के अपनी गोद ली हुई बेटी के साथ यौन संबंध थे. हालांकि डेरा सच्चा सौदा ने इन आरोपों को खारिज किया था.
दोषी करार दिए जाने के बाद 'पिता-पुत्री ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें साथ रहने की अनुमति दी जाए। हनीप्रीत ने अपने वकील के जरिए कोर्ट में एप्लीकेशन दिया था, जबकि गुरमीत राम रहीम ने कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट ने दोनों की गुहार को खारिज कर दिया। हालांकि गुरमीत को दोषी करार दिए जाने के दिन पुलिस ने दोनों को कोर्ट से रोहतक तक साथ जाने दिया और सुनैरा जेल में पुलिस गेस्टहाउस में दोनों साथ ही रहे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक फोटो में दोनों को हेलिकॉप्टर में बैठकर चॉकलेट खाते देखा जा सकता है। तस्वीर सामने आने के बाद बवाल मच गया। इसके बाद प्रशासन ने गुरमीत रामरहीम को साधारण जेल में शिफ्ट कर दिया। रामरहीम के दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा और पंजाब में डेरा समर्थकों ने जबरदस्त हिंसा फैलाई। इस हिंसा में कम से कम तीन दर्जन लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए। पंजाब और हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों की संख्या करोड़ों में है।
हालांकि दिलचस्प बात ये है कि गुरमीत राम रहीम ने अपने परिवार के किसी सदस्य, पत्नी, बेटे या बेटी को जेल में साथ रहने के लिए नहीं पूछा है। लेकिन, हनीप्रीत के गायब होने के बाद रामरहीम बेचैन है। सूत्रों के मुताबिक रामरहीम ने जेल प्रशासन से हनीप्रीत को उसके पास लाने की गुजारिश की है। कोर्ट के फैसले दिन ही हनीप्रीत को गुरमीत रामरहीम के साथ आखिरी बार देखा गया था। आईजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) क्यूएस चावला ने कहा कि हनीप्रीत के पास पासपोर्ट है और वह देश छोड़कर भाग भी सकती है।
दलित लीडर स्वदेश किराड रोहतक जेल में ही कुछ दिन थे और अब बाहर हैं। जेल में किराड की सेल रामरहीम के बगल में थी। उन्होंने बताया कि रामरहीम सबसे यही पूछ रहा है कि 'मेरी क्या गलती है? मैंने क्या किया है? 20 साल की सजा सुनाए जाने के बाद गुरमीत रामरहीम रोने लगा था। किराड ने बताया कि वह खड़ा हो पाने की हालत में भी नहीं था। दो अधिकारी उसे लेकर जेल में गए। देखने में वो अपसेट और डरा हुआ लग रहा था। उसे हर समय सिर पकड़कर बैठे हुए और रात में रोते हुए देखा जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत के साथ-साथ बलात्कारी बाबा अपनी शाही जीवनशैली को भी मिस कर रहा है। सिरसा स्थित उसके डेरे से खुलासा हुआ कि गुरमीत रामरहीम ने अपने आश्रम में दुनिया भर की मशहूर इमारतों की प्रतिकृति बनवा रखी थी। इनमें एफिल टॉवर, क्रूज शिप, रिसॉर्ट और दुनिया के सात अजूबों की प्रतिकृति भी शामिल हैं। रामरहीम जब इन रिसॉर्ट में जाता, तो सारे सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए जाते थे। रामरहीम अपनी इन संपत्तियों को फिल्मों की शूटिंग के लिए इस्तेमाल करता। सूत्रों का कहना है कि रामरहीम अपने साथ कुछ चुनिंदा महिला साध्वियों को लेकर जाता था।
बता दें कि 2002 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखे गए एक अनाम लेटर में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख के खिलाफ रेप के आरोप लगाए गए थे। ये मामला तब बढ़ा, जब आरोपों से संबंधित खबर छापने पर एक पत्रकार की उसी साल गोली मारकर हत्या कर दी गई।
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