सिरसा ।
रेप के दोष में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम की कारगुजारियां आए दिन सामने आ रही हैं। अब सिरसा के डेरा मुख्यालय से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। ये हथियार यहां पर मनाही के बावजूद जमा किए गए थे। दरअसल जब गुरमीत राम रहीम के मामले में फैसला आना था तो हरियाणा प्रशासन ने ऐहतियातन सिरसा सहित अन्य जिलों में धारा 144 लगा दी थी। इसके बाद सभी से हथियार जमा कराने को कहा गया था। लेकिन जिला प्रशासन के आदेश के बाद भी डेरा मख्? यालय की ओर से हथियार जमा नहीं कराए गए।
सोमवार को जब पुलिस टीम ने डेरा के अंदर तलाशी अभियान चलाया तो डेरे के अंदर से बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार, डेरे के अंदर से करीब 34 हथियार बरामद हुए। दरअसल जिला प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में रखने के लिए इस केस की सुनवाई से पहले ही आदेश दिया था कि सभी हथियार जमा करा दिए जाएं। प्रतिबंध के बावजूद डेरा ने हथियारों को जमा करके रखा। प्रशासन को डेरा के अंदर से बंदूक लाइसेंसी पिस्टल और कार्बाइन मिली हैं।
गौरतलब है कि 25 अगस्त को जैसे ही सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर और जम्मू के कुछ हिस्सों में हिंसा शुरू हो गई। इस दौरान हरियाणा के पंचकूला, सिरसा, रोहतक, अंबाला, मनसा और पंजाब के संगरुर सहित कई शहरों में हिंसा की आग भड़क उठी। लोगों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पंचकूला में डेरा समर्थक रिहाइशी इलाकों में घुस गए। इसके बाद अर्धसैनिक बलों और पुलिस के जवानों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।
डेरा के हिंसक समर्थकों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले, हवाई फायरिंग के साथ ही पुलिस बल ने उऩ पर गोलियां भी चलाई। इस हिंसा में करीब 38 डेरा समर्थकों की मौत हो गई। 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए। सबसे ज्यादा मौत पंचकूला और चंडीगढ़ में हुई थी।
इस हिंसा के मद्देनजर केंद्र और सरकार ने सजा के ऐलान से पहले अपनी कमर कस ली। पहले से ही अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनिया, पुलिस के साथ सेना के जवानों को मुस्तैद कर दिया गया था।
रेप के दोष में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम की कारगुजारियां आए दिन सामने आ रही हैं। अब सिरसा के डेरा मुख्यालय से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। ये हथियार यहां पर मनाही के बावजूद जमा किए गए थे। दरअसल जब गुरमीत राम रहीम के मामले में फैसला आना था तो हरियाणा प्रशासन ने ऐहतियातन सिरसा सहित अन्य जिलों में धारा 144 लगा दी थी। इसके बाद सभी से हथियार जमा कराने को कहा गया था। लेकिन जिला प्रशासन के आदेश के बाद भी डेरा मख्? यालय की ओर से हथियार जमा नहीं कराए गए।
सोमवार को जब पुलिस टीम ने डेरा के अंदर तलाशी अभियान चलाया तो डेरे के अंदर से बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार, डेरे के अंदर से करीब 34 हथियार बरामद हुए। दरअसल जिला प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में रखने के लिए इस केस की सुनवाई से पहले ही आदेश दिया था कि सभी हथियार जमा करा दिए जाएं। प्रतिबंध के बावजूद डेरा ने हथियारों को जमा करके रखा। प्रशासन को डेरा के अंदर से बंदूक लाइसेंसी पिस्टल और कार्बाइन मिली हैं।
गौरतलब है कि 25 अगस्त को जैसे ही सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर और जम्मू के कुछ हिस्सों में हिंसा शुरू हो गई। इस दौरान हरियाणा के पंचकूला, सिरसा, रोहतक, अंबाला, मनसा और पंजाब के संगरुर सहित कई शहरों में हिंसा की आग भड़क उठी। लोगों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पंचकूला में डेरा समर्थक रिहाइशी इलाकों में घुस गए। इसके बाद अर्धसैनिक बलों और पुलिस के जवानों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।
डेरा के हिंसक समर्थकों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले, हवाई फायरिंग के साथ ही पुलिस बल ने उऩ पर गोलियां भी चलाई। इस हिंसा में करीब 38 डेरा समर्थकों की मौत हो गई। 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए। सबसे ज्यादा मौत पंचकूला और चंडीगढ़ में हुई थी।
इस हिंसा के मद्देनजर केंद्र और सरकार ने सजा के ऐलान से पहले अपनी कमर कस ली। पहले से ही अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनिया, पुलिस के साथ सेना के जवानों को मुस्तैद कर दिया गया था।
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