शनिवार, सितंबर 02, 2017

डेरा समर्थकों की हिंसा पर मोदी के 'मन की बात

खेलों में शुरू होगा टेलेंट हंट, सरकार देगी ट्रेनिंग
नई दिल्ली। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात देश के युवाओं से खेल के प्रति अपना रुझान बढ़ाने और खेलों से जुडऩे की अपील की है। 'मन की बात के 35वें संबोधन में पीएम मोदगी ने हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद को याद किया। पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश 29 अगस्त को ध्यानचंद के जन्मदिन को मौके पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाता है और उनसे प्रेरित होकर देश की नई पीढ़ी को खेल से जुडऩे की जरूरत है।
खेलों के महत्व का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर भारत दुनिया का सबसे युवा देश है तो खेल के मैदान पर भी हमारा हुनर दुनिया को दिखना चाहिए। उन्होंने कहा खेलों के जरिये शारीरिक दक्षता, मानसिक चेतना और व्यक्तित्व का विकास करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि खेलों के जरिए दिलों को मेल होता है और यह अपने आप में एक बहुत बड़ी जड़ी-बूटी के रूप में काम करता है।
देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी खेल जगत में आगे आए और आज कम्प्यूटर के युग में तो मैं आगाह भी करना चाहूंगा कि मैदान पर खेलना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कम्प्यूटर पर स्नढ्ढस्न्र खेलिये लेकिन बाहर मैदान में भी तो कभी फुटबॉल के साथ करतब करके दिखाइये। पीएम ने कहा कि कम्प्यूटर पर क्रिकेट खेलते होंगे लेकिन खुले मैदान में आसमान के नीचे क्रिकेट खेलने का आनंद ही कुछ और है।
पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था जब परिवार के बच्चे बाहर जाते थे तो मां पहले पूछती थी कि तुम कब वापस आओगे। आज हालत ये हो गई है कि बच्चे घर में आते ही एक कोने में या तो कार्टून फिल्म देखने में लग जाते हैं या तो मोबाइल गेम पर चिपक जाते हैं और तब मां को चिल्ला करके कहना पड़ता है, तू कब बाहर जाएगा। उन्होंने कहा कि वक़्त-वक़्त की बात है, वो भी एक ज़माना था जब मां बेटे को कहती थी कि तुम कब आओगे और आज ये हाल है कि मां को कहना पड़ता है बेटा तुम बाहर कब जाओगे।
पीएम मोदी ने बताया कि खेल मंत्रालय ने खेल प्रतिभा की खोज और उन्हें निखारने के लिए एक स्पोर्ट्स टेलेंट सर्च पोर्टल तैयार किया है, जहां पूरे देश से कोई भी बच्चा जिसने खेल के क्षेत्र में कुछ उपलब्द्धि हासिल की है, उनमें प्रतिभा हो, वह इस पोर्टल पर अपना बायोडेटा या वीडियो अपलोड कर सकता है। उनमें चयनित होने वाले बच्चों को खेल मंत्रालय ट्रेनिंग देगा और मंत्रालय सोमवार को ही इस पोर्टल को लॉन्च करने वाला है। पीएम ने कहा कि हमारे नौजवानों के लिए तो खुशी की खबर है कि भारत में 6 से 28 अक्टूबर तक फीफा अंडर-17 कप का आयोजन होने जा रहा है। दुनिया भर से 24 टीमें भारत को अपना घर बनाने जा रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि फीफा के आयोजन में विश्वभर से आने वाले हमारे नौजवान मेहमानों का, खेल के उत्सव के साथ स्वागत करें, खेल का आनंद लें, देश में एक खेलों के प्रति एक माहौल तैयार करें, ताकि देश में नई प्रतिभा निखर सके।
 डेरा स चा सौदा प्रमुख के गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद डेरा समर्थकों की हिस्सा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी चुप्पी तोड़ी।
अपने नियमित रेडियो संबोधन  मन की बात  में प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत महात्मा गांधी और भगवान बुद्ध का देश है। देश में हिंसा किसी भी तरह से स्वीकार नहीं की जाएगी। क़ानून हाथ में लेने वाले व्यक्ति या समूह को न तो ये देश और न ही कोई सरकार बर्दाश्त करेगी।
हरियाणा और पंजाब की हिंसा के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने कई और मुद्दों पर  मन की बात  कही। इनमें पर्यटन, स्व छता, शिक्षक दिवस जैसे विषयों का जिक्र हुआ।
उन्होंने कहा कि त्योहार हमारी आस्था व विश्वास के प्रतीक, नए भारत में हमें त्योहारों को स्व छता का भी प्रतीक बनाना है। अब टूरिज़्म के आकर्षण का भी कारण बनते जा रहे हैं हमारे त्योहार।
पांच सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं। मैं डॉक्टर राधाकृष्णन जी को नमन करता हूं। इस बार जब शिक्षक दिवस मनाएं, क्या हम सब मिलकर एक संकल्प कर सकते हैं। हम बदलाव के लिए सिखाएंगे, सशक्तिकरण के लिए शिक्षित करेंगे।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना में गऱीबों के द्वारा कऱीब 65 हज़ार करोड़ रुपया बैंकों में जमा हुआ है। 28 अगस्त को  प्रधानमंत्री जन-धन योजना  के अभियान को 3 साल हो रहे हैं। 30 करोड़ परिवारों को इसके साथ जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना  से बैंकों से बिना किसी गारंटी के पैसे मिले और करोड़ों नौजवान खुद अपने पैरों पर खड़े हुए। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के साथ जिनका अकाउंट खुला है, उनको बीमा का भी लाभ मिला है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों बाद देश में ईद-उल-जुहा का त्योहार मनाया जाएगा, सभी को बहुत बहुत बधाई। मेरे प्यारे देशवासियो, फिर एक बार आपको मि छामी दुक्कड़म (जैन पर्व)!

0 टिप्पणियाँ :

एक टिप्पणी भेजें