नई दिल्ली।
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) ने अपने पांच पूर्व एसोसिएट बैंक के ग्राहकों से नई चेक बुक के आवेदन के लिए कहा है। एसबीआई बैंक ने ग्राहकों को तुरंत प्रभाव से नई चेक बुक का आवेदन करने के लिए इसलिए कहा है क्योंकि 30 सितम्बर, 2017 के बाद पुराने बैंक के चेक और आईएफएस कोड वैलिड नहीं होंगे। यानी कि दी गई तारीख के बाद इन्हें इनवैलिड करार दिया जाएगा।
एसबीआई ने ग्राहकों से कहा है कि नई चेक बुक के लिए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम या फिर शाखा में जाकर तुरंत आवेदन कर लें।
जानकारी के लिए बता दें कि जिन सहयोगी बैंकों का एसबीआई में विलय किया गया है उनमें स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रवणकोर और भारतीय महिला बैंक शामिल हैं। स्टेट बैंक ऑफ मैसूर में एसबीआई का 90 पर्सेंट हिस्सा था जबकि बीकानेर एंड जयपुर में 75.07 पर्सेंट था। त्रवणकोर में एसबीआइ की हिस्सेदारी 79.09 पर्सेंट है।
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) ने अपने पांच पूर्व एसोसिएट बैंक के ग्राहकों से नई चेक बुक के आवेदन के लिए कहा है। एसबीआई बैंक ने ग्राहकों को तुरंत प्रभाव से नई चेक बुक का आवेदन करने के लिए इसलिए कहा है क्योंकि 30 सितम्बर, 2017 के बाद पुराने बैंक के चेक और आईएफएस कोड वैलिड नहीं होंगे। यानी कि दी गई तारीख के बाद इन्हें इनवैलिड करार दिया जाएगा।
एसबीआई ने ग्राहकों से कहा है कि नई चेक बुक के लिए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम या फिर शाखा में जाकर तुरंत आवेदन कर लें।
जानकारी के लिए बता दें कि जिन सहयोगी बैंकों का एसबीआई में विलय किया गया है उनमें स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रवणकोर और भारतीय महिला बैंक शामिल हैं। स्टेट बैंक ऑफ मैसूर में एसबीआई का 90 पर्सेंट हिस्सा था जबकि बीकानेर एंड जयपुर में 75.07 पर्सेंट था। त्रवणकोर में एसबीआइ की हिस्सेदारी 79.09 पर्सेंट है।
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