जेल में बंद दुष्कर्म का दोषी राम रहीम परेशान है।
चंडीगढ़। हरियाणा की रोहतक जेल में बंद दुष्कर्म का दोषी राम रहीम परेशान है। उसकी रातों की नींद उड़ गई है। शनिवार को जेल प्रबंधन ने डॉक्टर्स की एक टीम से उसकी जांच कराई, जांच के दौरान डायबिटीज की परेशानी के साथ ही उसने बेचैनी की भी शिकायत की। इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो टीम के एक डॉक्टर ने बताया कि राम रहीम सेक्स का आदी है। ऐसे में जेल में बंद होने की वजह से उसकी शारीरिक जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही है।
इसी वजह से राम रहीम मानसिक रूप से परेशान और बेचैन है। ये पता करने के लिए शनिवार को जेल पहुंचीं डॉक्टर्स की टीम में एक मनोवैज्ञानिक भी था।
राम रहीम के पुराने सेवादार और डेरा सदस्य गुरदास सिंह तूर की मानें तो वो 1988 से पहले शराब पीता था। क्योंकि इससे जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। मगर डेरा प्रमुख बनने के बाद वो शराब पीता है कि नहीं इसका पता नहीं। वहीं तूर ने कहा कि वो अपनी शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए एनर्जी ड्रिंक के अलावा ऑस्ट्रेलिया से खास तौर पर मंगाई गई सेक्स टॉनिक का लंबे वक्त से इस्तेमाल करता रहा है।
गुरमीत सिंह ने सीबीआई कोर्ट के सामने दुष्कर्म के मामले में खुद को बेदाग साबित करने के लिए कई पैंतरे आजमाए थे। उसने खुद कोर्ट को कहा था कि वो नपुंसक है। वहीं 1990 में डेरा प्रमुख बनने के बाद भी राम रहीम ने सार्वजनिक तौर पर ये ऐलान किया था। उसका अब सांसरिक चीजों से कोई रिश्ता नहीं। मगर जैसी ही रेप पीडि़ता की एक चिठ्ठी सामने आई तो उसने पीडि़ता पर ही विरोधियों से घूस लेकर दबाव में झूठा बयान देने का आरोप लगाया।
इस मामले में सीबीआई की तरफ से गवाह के तौर पर पेश हुए गुरदास सिंह तूर की मानें तो डेरा प्रमुख राम रहीम झूठा है और वो कभी नामर्द था ही नहीं। जब साल 1990 में गुरमीत सिंह डेरा प्रमुख बना था तो उसका एक बच्चा था। रेप का आरोप लगने के बाद जब लोगों ने उसे मर्दानगी की जांच कराने को कहा था। तो वो अपने पुराने बयान से पलट किया और कहा कि उसके केवल अपनी पत्नी से रिश्ते हैं। इसके बाद भी आजतक उसकी मर्दानगी की जांच नहीं कराई गई।
राम रहीम के सेक्स एडिक्ट होने की बात इसलिए भी जोर पकड़ रही है, क्योंकि जेल में बंद होने के बाद से ही राम रहीम जेल प्रबंधन से हनीप्रीत को जेल में भेजने की मांग कर रहा है। ताकि वो अपनी करीबी हनीप्रीत से मसाज करा सके। इसके लिए उसने प्रबंधन को तर्क भी दिया कि हनीप्रीत उसकी फिजियोथेरेपिस्ट है। ऐसे में उसे जेल में रहने दिया जाए।
ऐसे में सवाल राम रहीम पर खड़े हो रहे हैं कि पत्नी और बेटी के होने के बाद भी दुष्कर्मी राम रहीम ने हनीप्रीत को ही अपनी सेवा में रखने के लिए जेब प्रबंधन पर दबाव क्यों बनाया।
सूत्रों की मानें को जब प्रबंधन ने राम रहीम की ये मांग पूरी नहीं कि तो वो हनीप्रीत से फोन पर बात कराने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। मगर राम रहीम की ये मुराद भी मिट्टी में मिल गई, क्योंकि उसके जेल जाने के बाद से ही उसकी हनी यानि हनीप्रीत गायब है।
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