नई दिल्ली।
दिल्ली मेट्रो में पिछले साल की तुलना में इस वर्ष के पहले पांच महीनों में पकड़े गए जेबकतरों में करीब तीन गुनी वृद्धि के मद्देनजर सीआईएसएफ ने जेबतराशों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने इस साल जनवरी से मई के बीच खुद से या यात्रियों की मदद से 521 कथित जेबतराशों को पकड़ा। इनमें से 90 प्रतिशत कथित पॉकेटमार महिलाएं थीं। अर्धसैनिक बल के एक वरिष्ठ अधिकारियों ने आज बताया, ''पॉकेटमारी की घटनाओं को रोकने के लिए बडे पैमाने पर एहतियाती अभियान शुरू किया गया है और इस कार्य में कई दलों को लगाया गया है।
दिल्ली मेट्रो में पॉकेटमारी की घटना हर दिन होती है। इस साल के पहले पांच माह में ही 500 से अधिक लोगों को पकड़ा गया है। अधिकारी ने बताया कि चोरों को चिन्हित करने और इस तरह की घटनाओं पर विराम लगाने के लिए कुछ समय पहले चोरी रोधी दस्ते के जवानों को सादे लिवास में और वर्दी में सभी मार्गों पर तैनात किया गया है। बल ने ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पॉकेटमारी के शिकार हुए लोगों से औपचारिक शिकायत या पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने का आग्रह किया है। साल 2016 में भी लगभग 500 जेबकतरों को दबोचा गया था। इनमें से 41 पुरुष थे जबकी 438 महिलाएं थीं। 2 जून को भी 21 महिलाओं को चोरी की वारदात के मामले में पकड़ा गया। ऐसे ही 3 जून को 15 और 4 को 16 महिलाओं को जेब काटने की वारदात के लिए पकड़ा गया था।
अधिकारी ने कहा, ''अधिकतर मामलों में यात्री पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहते हैं और संक्षिप्त समय तक हिरासत में रखकर छोड़े जाने के पश्चात जेबतराश मेट्रो में घूमना जारी रखते हैं। इन घटनाओं पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए हम अधिकाधिक लोगों से पुलिस शिकायत दर्ज कराने का आग्रह करते हैं। वहीं जेबकतरों द्वारा ऐसी वारदातों को कुछ खास स्टेशनों पर अंजाम दिया जाता है। दिल्ली मेट्रो के 8 ऐसे स्टेशन हैं जहां पर आपको खास सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि यहां पर जेब कतरे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। सीआईएसएफ ने जिन 8 मेट्रो स्टेशनों पर ज्यादा सावधान रहने की हिदायत दी है उनमें कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, शाहदरा, हुड्डा सिटी सेंटर, राजीव चौक, किर्ती नगर, नई दिल्ली और तुग्लकाबाद हैं।
दिल्ली मेट्रो में पिछले साल की तुलना में इस वर्ष के पहले पांच महीनों में पकड़े गए जेबकतरों में करीब तीन गुनी वृद्धि के मद्देनजर सीआईएसएफ ने जेबतराशों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने इस साल जनवरी से मई के बीच खुद से या यात्रियों की मदद से 521 कथित जेबतराशों को पकड़ा। इनमें से 90 प्रतिशत कथित पॉकेटमार महिलाएं थीं। अर्धसैनिक बल के एक वरिष्ठ अधिकारियों ने आज बताया, ''पॉकेटमारी की घटनाओं को रोकने के लिए बडे पैमाने पर एहतियाती अभियान शुरू किया गया है और इस कार्य में कई दलों को लगाया गया है।
दिल्ली मेट्रो में पॉकेटमारी की घटना हर दिन होती है। इस साल के पहले पांच माह में ही 500 से अधिक लोगों को पकड़ा गया है। अधिकारी ने बताया कि चोरों को चिन्हित करने और इस तरह की घटनाओं पर विराम लगाने के लिए कुछ समय पहले चोरी रोधी दस्ते के जवानों को सादे लिवास में और वर्दी में सभी मार्गों पर तैनात किया गया है। बल ने ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पॉकेटमारी के शिकार हुए लोगों से औपचारिक शिकायत या पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने का आग्रह किया है। साल 2016 में भी लगभग 500 जेबकतरों को दबोचा गया था। इनमें से 41 पुरुष थे जबकी 438 महिलाएं थीं। 2 जून को भी 21 महिलाओं को चोरी की वारदात के मामले में पकड़ा गया। ऐसे ही 3 जून को 15 और 4 को 16 महिलाओं को जेब काटने की वारदात के लिए पकड़ा गया था।
अधिकारी ने कहा, ''अधिकतर मामलों में यात्री पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहते हैं और संक्षिप्त समय तक हिरासत में रखकर छोड़े जाने के पश्चात जेबतराश मेट्रो में घूमना जारी रखते हैं। इन घटनाओं पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए हम अधिकाधिक लोगों से पुलिस शिकायत दर्ज कराने का आग्रह करते हैं। वहीं जेबकतरों द्वारा ऐसी वारदातों को कुछ खास स्टेशनों पर अंजाम दिया जाता है। दिल्ली मेट्रो के 8 ऐसे स्टेशन हैं जहां पर आपको खास सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि यहां पर जेब कतरे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। सीआईएसएफ ने जिन 8 मेट्रो स्टेशनों पर ज्यादा सावधान रहने की हिदायत दी है उनमें कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, शाहदरा, हुड्डा सिटी सेंटर, राजीव चौक, किर्ती नगर, नई दिल्ली और तुग्लकाबाद हैं।
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