गुरुवार, अगस्त 31, 2017

मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग की 159 परिसंपत्तियों का लोकार्पण किया

'समर्पण और ईमानदारी आपको बड़ा पुरस्कार देगी


महबूबा ने आरडीडी को गांवों के नालों, तालाबों के संरक्षण;  ग्रामीण पारिस्थितिकी को बहाल करने को कहा


दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
श्रीनगर। 
  

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने  ग्रामीण विकास विभाग को नदी, तालाबों और कुओं जैसे गांवों में जल स्रोतों के संरक्षण, सफाई और बहाली करने के लिए कहा। उन्होंने विभाग से अपने नियमित काम के अलावा ग्रामीण पारिस्थितिकी को पुनस्र्थापित करने के और ग्रामीण विकास के अन्य कदम उठाने के लिए कहा।
ग्रामीण विकास विभाग की 159 संपत्तियों को लोकार्पित करने के बाद यहां एक समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ग्रामीण इलाकों और पारिस्थितिकी को अपने सबसे प्राचीन और मूल रूप में संरक्षित रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।  उन्होंने कहा कि हमारे ग्रामीण क्षेत्रों को एक समय स्वच्छ पेय जल के समृद्ध स्रोत माना जाता था, लेकिन अब प्रदूषण से इन स्रोतों का स्तर के बहुत कम हो गया हैं।
महबूबा मुफ्ती ने इसे मिशन मोड में ले जाने के लिए विभाग को स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बहाली के प्रयास करने की सलाह दी। उन्होंने मनरेगा जैसे सफल योजनाओं को चलाने और गुणवत्ता संपत्ति बढ़ाने के लिए विभाग को बधाई दी। उन्होंने इन परिसंपत्तियों के उचित रखरखाव के लिए कहा ताकि इनके लाभ लंबी अवधि तक लिए जा सके।
ग्रामीण विकास विभाग को लोगों के साथ सबसे निकट से जुड़े हुए संस्थान के रूप में संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने अधिकारियों से लोगों को सेवाएं देने के लिए समर्पण और ईमानदारी से काम करने को कहा। उन्होंने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा, 'आप राज्य में ग्रामीण परि.श्य को बदलने के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं लेकिन भ्रष्टाचार, खराब कार्य या उप मानक कार्य की एक शिकायत आपके विभाग की छवि पर स्पष्ट प्रभाव डालती है।
भ्रष्टाचार को एक अभिशाप बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि उसने उस व्यक्ति के लिए कुछ भी अच्छा नहीं किया है, लेकिन उसे लंबे समय तक निराशा में डाल दिया है। इसके विपरीत, उन्होंने कहा, जो लोग ईमानदारी, निस्वार्थ और समर्पित रूप से अपनी नौकरी कर रहे हैं, न केवल संबंधित लोगों को खुश करते हैं, बल्कि सर्वशक्तिमान को भी और इस प्रक्रिया में स्वयं के लिए और उनके आने वाले समय के लिए बड़ी सद्भावना अर्जित करते हैं।
ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल हक खान ने अपने संबोधन में अपने विभाग की गतिविधियों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि मनरेगा ने ग्रामीण समाज में एक असाधारण सामाजिक स्वीकार्यता प्राप्त की है, जिसमें कार्यक्रम के तहत गुणवत्ता वाली संपत्तियां जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं में सबसे अधिक है।
आयुक्त सचिव, ग्रामीण विकास विभाग, निर्मल शर्मा ने भी सभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने  विभाग की 159 परिसंपत्तियों का लोकार्पण किया। 30.85 करोड़ रू की इन परिसंपत्तियों में पंचायत घर, सामान्य सुविधा केंद्र, कल्वर्ट, पुल, सड़कें, फुटपाथ, तालाब, पार्क, शौचालय आदि शामिल हैं।
 लोकार्पित की गई परिपंतियों में अनंतनाग में 21, गांदरबल में 12, बारामुल्ला में 26, पुलवामा में 12, शोपियां में पांच, कुलगाम में चार, कुपवाड़ा में 30, बांडीपुर में आठ, बडग़ाम में 21, लेह में सात और कारगिल जिले में 13 शामिल है।

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