सोलन ।
सोलन की रहने वाली श्रुति गुप्ता ने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के कवर पेज पर जगह बनाई है। पूरे देश से तीन हस्तियों को कवर पेज पर स्थान दिया गया है, जिसमें श्रुति गुप्ता भी शामिल हैं। बहुत कम आयु में श्रुति गुप्ता ने पूरी दुनिया में हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है। जानकारी के अनुसार सोलन की रहने वाली श्रुति गुप्ता ने लद्दाख के खारदुंगला दर्रे पर अक्तूबर, 2015 को माइनस 24 डिग्री तापमान पर नंगे पांव कत्थक नृत्य कर दुनिया को शांति का संदेश दिया था। उनके इस सहासी कार्य को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया। खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी व्यक्तिगत तौर पर श्रुति गुप्ता की सराहना की थी। हाल ही में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स का 28वां संस्करण जारी किया गया है। इस संस्करण के कवर पेज पर श्रुति गुप्ता की फोटो और उपब्लिधयों को प्रकाशित किया गया है। कवर पेज पर देश भर से केवल तीन लोगों को स्थान मिला है, जिसमें श्रुति गुप्ता भी शामिल हैं। श्रुति गुप्ता पहली हिमाचली हैं, जिन्हें लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के कवर पेज पर जगह मिली है। श्रुति गुप्ता की उपलब्धि ने हिमाचल का नाम दुनिया भर में रोशन किया है। श्रुति गुप्ता ने 27 अक्तूबर, 2016 को भी लेह-लद्दाख की 18380 फुट की ऊंचाई पर कथक नृत्य करके भारतीय सैनिकों का हौसला बढ़ाया था। उनका यह कारनामा भी लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज है। श्रुति गुप्ता का कहना है कि वह हमेशा से चुनौतीपूर्ण कार्य करती रही हैं। इसलिए उनके दो सहासपूर्ण कार्य लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि उनका अगला लक्ष्य एवरेस्ट की चोटी पर जाकर कथक नृत्य करना है। इसके लिए सेना से बात चल रही है।
सोलन की रहने वाली श्रुति गुप्ता ने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के कवर पेज पर जगह बनाई है। पूरे देश से तीन हस्तियों को कवर पेज पर स्थान दिया गया है, जिसमें श्रुति गुप्ता भी शामिल हैं। बहुत कम आयु में श्रुति गुप्ता ने पूरी दुनिया में हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है। जानकारी के अनुसार सोलन की रहने वाली श्रुति गुप्ता ने लद्दाख के खारदुंगला दर्रे पर अक्तूबर, 2015 को माइनस 24 डिग्री तापमान पर नंगे पांव कत्थक नृत्य कर दुनिया को शांति का संदेश दिया था। उनके इस सहासी कार्य को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया। खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी व्यक्तिगत तौर पर श्रुति गुप्ता की सराहना की थी। हाल ही में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स का 28वां संस्करण जारी किया गया है। इस संस्करण के कवर पेज पर श्रुति गुप्ता की फोटो और उपब्लिधयों को प्रकाशित किया गया है। कवर पेज पर देश भर से केवल तीन लोगों को स्थान मिला है, जिसमें श्रुति गुप्ता भी शामिल हैं। श्रुति गुप्ता पहली हिमाचली हैं, जिन्हें लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के कवर पेज पर जगह मिली है। श्रुति गुप्ता की उपलब्धि ने हिमाचल का नाम दुनिया भर में रोशन किया है। श्रुति गुप्ता ने 27 अक्तूबर, 2016 को भी लेह-लद्दाख की 18380 फुट की ऊंचाई पर कथक नृत्य करके भारतीय सैनिकों का हौसला बढ़ाया था। उनका यह कारनामा भी लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज है। श्रुति गुप्ता का कहना है कि वह हमेशा से चुनौतीपूर्ण कार्य करती रही हैं। इसलिए उनके दो सहासपूर्ण कार्य लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि उनका अगला लक्ष्य एवरेस्ट की चोटी पर जाकर कथक नृत्य करना है। इसके लिए सेना से बात चल रही है।
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