बुधवार, अगस्त 09, 2017

अमरनाथ यात्रियों की बस पर हमले में शामिल 3 गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा- लश्कर का था हाथ
श्रीनगर। 
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले में लश्कर का हाथ था। हमले की साजिश में कथिततौर पर शामिल 3 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है।
आईजी मुनीर खान ने रविवार को बताया, एसआईटी की टीम ने इन लोगों को अरेस्ट किया है। इन लोगों ने 4 लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को मदद की थी, जिनके हमले में 8 लोगों की जान गई।
 बता दें कि अनंतनाग में 10 जुलाई की रात हुए हमले में 5 महिलाओं समेत 8 यात्रियों की मौत हो गई थी। 15 यात्री जख्मी भी हुए थे। ये लोग यात्रा पूरी कर जम्मू लौट रहे थे।
मुनीर खान ने कहा, जिन लोगों पर आतंकियों की कथिततौर पर मदद का आरोप लगा है, उन्होंने टेररिस्ट्स को गाडिय़ां और रहने को जगह दी। इन लोगों को रिमांड पर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। पाकिस्तान निवासी अबु इस्माइल ने इन 4 टेररिस्ट को लीड किया था। इन लोगों ने 9 जुलाई को भी हमले की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा कड़ी होने की वजह से वो इसे अंजाम नहीं दे पाए।
हमलावरों में शामिल एक आतंकवादी की पहचान यावर के तौर पर हुई है। ये लश्कर का लोकल रिक्रूटर है। बाकी दो टेररिस्ट की पहचान के लिए कोशिशें की जा रही हैं।
4 आतंकियों में से एक पाकिस्तानी अबु इस्माइल था। एक लोकल रुद्गञ्ज रिक्रूटर है। बाकी दो आतंकियों के भी पाकिस्तानी होने की आशंका जताई जजा रही है। पुलिस ने अबु इस्माइल और यावर की पिक्स भी रिलीज की हैं।
साजिश में शामिल जिन 3 लोगों को अरेस्ट किया गया है, उनके नाम बिलाल अहमद रेशी, ऐजाज वागे, जहूर अहमद हैं। इन लोगों ने जासूसी की और खानबल के पास बोटेन्गो को उस जगह के तौर पर चुना, जहां हमला किया जा सकता था। इन्होंने खुदवानी और साउथ कश्मीर के श्रीगुफ्वारा में चारों टेररिस्ट को पनाह दी। बिलाल का बड़ा भाई आदिल पर भी लश्कर के आतंकी होने का आरोप था। इस साल की शुरुआत में सेना ने उसे मार गिराया था।"
पहले 9 जुलाई को हमले की प्लानिंग की गई थी, लेकिन उस दिन टेररिस्ट हमला नहीं कर पाए। यात्री गाडिय़ों पर हमले के लिए उनका कोडवर्ड 'शौकत था और  की गाडिय़ों के लिए बिलाल था। ये पूरी तरह एक आतंकवादी घटना थी। उस दिन वहां पर यात्री गाड़ी मौजूद थी इसलिए उन्होंने उस पर हमला कर दिया। अगर वहां सीआरपीएफ की गाड़ी होती तो वे उस पर हमला कर देते। आतंकियों ने अनंतनाग के बंटिगू एरिया में पहले पुलिस पार्टी पर हमला किया। फिर वहां अमरनाथ यात्रियों से भरी एक बस पर फायरिंग की।
बस बालटाल से मीर बाजार जा रही थी। बस में सवार योगेश ने बताया था, हमला रात 8.20 बजे हमला हो गया। फायरिंग के बीच ड्राइवर ने बस को तेजी से निकाली। इससे कई लोगों की जान बच गई। बस में 60 श्रद्धालु थे।
2000 में यात्रियों को पहलगाम में निशाना बनाया गया था। तब हुए हमले में 17 यात्रियों समेत 27 लोगों की मौत हुई थी। 36 घायल हो गए थे। 2007 में भी अमरनाथ यात्रियों की बस को निशाना बनाया गया था। उस हमले में कई लोग घायल हुए थे।
 

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