शनिवार, अगस्त 26, 2017

युद्ध संग्रहालय में पूर्व सैनिक परिवारों की भीड़

धर्मशाला
भारत माता की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों के बलिदानों को यादगार बनाने के लिए प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में नवनिर्मित युद्ध संग्रहालय को निहारने पूर्व सैनिक अपने परिवारों और रिश्तेदारों को लेकर पहुंच रहे हैं। संग्रहालय गैलरी में युद्ध के दौरान प्रयोग किए जाने वाले अस्त्र-शस्त्रों को भी रखा गया है। इन हथियारों को देख पूर्व सैनिक भी सेना में बिताए हुए समय को याद करके अपने अनुभवों की विस्तृत जानकारी परिजनों से साझा कर रहे हैं। संग्रहालय में कारगिल युद्ध के म्यूरल में टाइगर हिल व अन्य स्थानों का जिक्र भी किया गया है, जिसके बारे में पूर्व सैनिक व अन्य लोग किताबों व फिल्मों के माध्यम से एक-दूसरे से शेयर करते थे। संग्रहालय में पूर्व सैनिक देश के शूरवीरों की प्रतिमाओं को देख बच्चों और रिश्तेदारों को सेना में सेवाएं देने का महत्त्व समझा रहे हैं। गैलरी में पुराने समय युद्धों में प्रयोग किए हथियारों के नमूने भी दर्शाए गए हैं। इन हथियारों को देख बुजुर्ग सेवानिवृत्त सैनिक भी अपनी यादों को ताजा कर उत्साह को रोक नहीं पा रहे हैं। धर्मशाला के गोरखा समुदाय व अन्य सैकड़ों लोग आर्मी में सेवाएं दे चुके हैं और वर्तमान में भी सेवाएं दे रहे हैं। धर्मशाला में बने इस युद्ध संग्रहालय को देखने के लिए हिमाचल ही नहीं, ब्लकि पंजाब व अन्य राज्यों से भी लोग विशेष तौर पर पहुंच रहे हैं। होशियारपुर से परिवार के साथ आए अमृतपाल सिंह का कहना है कि वह भी आर्मी से सेवानिवृत्त हैं और उनका बेटा भी सेना में है। उनका बेटा इन दिनों धर्मशाला में ही सेवाएं दे रहा है। अमृतपाल ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि धर्मशाला में युद्ध संग्रहालय बना है तो उन्होंने तुरंत कार्यक्रम बनाया और यहां आकर फौज की यादों को ताजा किया। युद्ध संग्रहालय को देखने के लिए अभी कोई भी शुल्क निर्धारित नहीं किया गया है। देश-विदेश से धर्मशाला आए सैलानी भारत के वीर सपूतों के देश प्रेम और जज्बे को निहार सकते हैं।
आम जनता व बच्चों को आर्मी को नजदीक से देखने के लिए संग्रहालय में कई ऐसी चीजें रखी गई हैं, जिनके बारे में आम जानकारी नहीं होती। इतना ही नहीं संग्रहालय में सेना में दिए जाने वाले सर्वोच्च पुरस्कारों का जिक्र भी विस्तृत जानकारी के साथ किया गया है।

0 टिप्पणियाँ :

एक टिप्पणी भेजें