दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
श्रीनगर।
राजस्व, राहत, पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने शनिवार को कहा कि बाजार में बुनियादी ढांचे और बाजार की जानकारी में सुधार के लिए किसानों के लिए अच्छा रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए शक्तिशाली उपाय हैं। मंत्री ने जब्लीपोरा बिजबेहाड़ा में आगामी फलों और सब्जियों के बाजार की निर्माण स्थिति का जायजा लेने के लिए दौरे के दौरान यह बात कही। उनके साथ जिला विकास आयुक्त यूनिस अहमद मलिक, निदेशक बागवानी योजना एवं विपणन व राजस्व मंजूर अहमद कादरी और बागवानी विभाग के अधिकारी थे।
मेगा हाईटेक फल मंडी का निर्माण 33 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है और यह 422 कनाल क्षेत्र में फैला हुआ है। यह शीत भंडारण सुविधा, ग्रेडिंग पैकिंग सेंटर, गेस्ट हाउस, ट्रक टर्मिनल, सैकड़ों दुकानों और अन्य सुविधाएं देगा।
वीरी ने कहा कि मंडी दक्षिण कश्मीर के लिए एक टर्मिनल बागवानी बाजार होगा और यह साल भर खुला रहेगा। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे एशिया के सर्वोत्तम फल मंडियों के डीपीआर का अध्यन करें और तदनुसार निर्माण निष्पादित करें।
उन्होंने निर्माण स्थल पर काम की धीमी गति पर चिंता जताई और अधिकारियों से साइट पर बाड़ लगाने में लाने और साथ ही साथ अन्य निर्माण कार्यों के निष्पादन को गति देने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से मंडी की कनेक्टिविटी में सुधार के लिए और इसे आसान परिवहन के लिए चार लेन श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडऩे को कहा।
वीरी ने यह भी कहा कि राज्य में बागवानी क्षेत्र की क्षमता को बेहतर ढंग से दोहन करने और किसानों को बेहतर विपणन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न पहल चल रही है।
मंत्री ने बागवानी को राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ के रूप में करार दिया और कहा कि यह क्षेत्र विकास की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करता है और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जनसंख्या के बड़े हिस्से के लिए रोजगार पैदा कर रहा है।
श्रीनगर।
राजस्व, राहत, पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने शनिवार को कहा कि बाजार में बुनियादी ढांचे और बाजार की जानकारी में सुधार के लिए किसानों के लिए अच्छा रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए शक्तिशाली उपाय हैं। मंत्री ने जब्लीपोरा बिजबेहाड़ा में आगामी फलों और सब्जियों के बाजार की निर्माण स्थिति का जायजा लेने के लिए दौरे के दौरान यह बात कही। उनके साथ जिला विकास आयुक्त यूनिस अहमद मलिक, निदेशक बागवानी योजना एवं विपणन व राजस्व मंजूर अहमद कादरी और बागवानी विभाग के अधिकारी थे।
मेगा हाईटेक फल मंडी का निर्माण 33 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है और यह 422 कनाल क्षेत्र में फैला हुआ है। यह शीत भंडारण सुविधा, ग्रेडिंग पैकिंग सेंटर, गेस्ट हाउस, ट्रक टर्मिनल, सैकड़ों दुकानों और अन्य सुविधाएं देगा।
वीरी ने कहा कि मंडी दक्षिण कश्मीर के लिए एक टर्मिनल बागवानी बाजार होगा और यह साल भर खुला रहेगा। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे एशिया के सर्वोत्तम फल मंडियों के डीपीआर का अध्यन करें और तदनुसार निर्माण निष्पादित करें।
उन्होंने निर्माण स्थल पर काम की धीमी गति पर चिंता जताई और अधिकारियों से साइट पर बाड़ लगाने में लाने और साथ ही साथ अन्य निर्माण कार्यों के निष्पादन को गति देने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से मंडी की कनेक्टिविटी में सुधार के लिए और इसे आसान परिवहन के लिए चार लेन श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडऩे को कहा।
वीरी ने यह भी कहा कि राज्य में बागवानी क्षेत्र की क्षमता को बेहतर ढंग से दोहन करने और किसानों को बेहतर विपणन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न पहल चल रही है।
मंत्री ने बागवानी को राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ के रूप में करार दिया और कहा कि यह क्षेत्र विकास की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करता है और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जनसंख्या के बड़े हिस्से के लिए रोजगार पैदा कर रहा है।
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