रविवार, अप्रैल 02, 2017

मुफ्ती साहब दूरदर्शी राष्ट्रनिष्ठा के प्रतीक थे : लाल सिंह

दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।


 वन, पर्यावरण और पारिस्थितिकीय मंत्री चौधरी लाल सिंह ने आज कहा कि सरकार राज्य के ग्रामीण खेलों के पुनरुद्धार के साथ खेल के बुनियादी ढांचे का उन्नयन करने के लिए काम कर रही है। परेड ग्राउंड, जम्मू में मुफ्ती मोहम्मद सईद मेमोरियल कुश्ती प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए, सिंह ने कहा कि राज्य को देश के खेल उत्साही लोगों के लिए आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि  जम्मू और कश्मीर हरे भरे मैदानों, जलाशायों के साथ एक अद्भुत शगह है और कोई भी कलाकार या खेल प्रेमी ऐसे स्थानों पर उनकी प्रतिभा आना और प्रदर्शन करना चाहता हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि खेल के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का उन्नयन किया जाना चाहिए और सरकार अपनी युवाओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्सुक है।
मंत्री ने कहा कि खेल को हमारे रोजमर्रा के जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। उन्होने कहा कि खेल न केवल भौतिक भलाई के लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं बल्कि एक व्यक्ति के समग्र विकास के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
मंत्री ने कहा कि  उन्होंने हाल ही में कठुआ जिले के राजबाग में कुश्ती रिंग का उद्घाटन किया, जिससे क्षेत्र के पहलवानों को विभिन्न स्तरों पर प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखाने में मदद कर उनके कुश्ती कौशल को सुधारने के लिए लाभ होगा। सिंह ने कि कुश्ती ग्रामीण खेलों का एक बढिय़ा उदाहरण है और हमारी युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने उभरते खिलाडिय़ों के लिए इस तरह कह टूर्नामेंट के आयोजन के लिए कहा।
मंत्री ने कहा कि खिलाडिय़ों ने सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत किया है जो किसी भी समाज, राज्य या राष्ट्र के विकास के लिए आवश्यक है।
मंत्री ने कहा कि पंजाब और हिमाचल प्रदेश जैसे सटे राज्यों तथा राज्य के सभी पहलवानों को राज्य स्तर व राष्ट्रीय आयोजनों के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेल ही एकमात्र माध्यम है जिसके द्वारा युवा नशीली दवाओं के सेवन और कई अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रह सकते हैं।
राज्य के विकासात्मक क्षेत्र को आकार देने में अभूतपूर्व भूमिका के लिए पूर्व मुख्यमंत्री, स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद को याद करते हुए मंत्री ने कहा कि मुफ्ती साहब दूरदर्शी राजनीति के प्रतीक थे और हमें यह सुनिश्चित करना है कि राज्य में उनकी सोच को राज्य में लागू किया जाए।
 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के राज्य में ख्याति अर्जित करने की इच्छा रखते कई युवा और उभरते पहलवानों ने इस रिंग पर पहली प्रतियोगिता में भाग लिया।
मंत्री के जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों के अलावा वन विभाग व संबंधित विंगों के अधिकारी भी थे।
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