शनिवार, अप्रैल 29, 2017

कृष्ण, सुदामा के समय हुई थी कैशलेस की शुरुआत; योगी ने सुनाया इंटरेस्टिंग किस्सा

लखनऊ। 
सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को पंचायती राज दिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। यहां उन्होंने कैशलेस से संबधित द्वापर युग की एक कहानी सुनाई। इस कहानी से वे लोगों को कैशलेस के प्रति जागरूक करना चाहते थे। उन्होंने बताया कि कैसे कैशलेस की शुरुआत भगवान कृष्ण और सुदाम के समय ही हो गई थी।
योगी ने कैशलेस का जिक्र करते हुए कहा कि, पंचायतों को कैशलेस की ओर बढऩा चाहिए।
उन्होंने सुदामा और कृष्ण से संबंधित एक कहानी का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे कैसलेस की शुरुआत द्वापर युग में ही हो गई थी।
योगी ने कहा- सुदामा जी जब भगवान कृष्ण के यहां जाते हैं, तो कृष्ण उन्हें कुछ नहीं देते। इस पर सुदामा सोचते हैं कि भगवान कृष्ण तो राजा बनने के बाद अहंकारी हो गए हैं। इसके बाद जब वह घर पहुंचते हैं तो देखते हैं कि उनकी आशा से कहीं ज्यादा उन्हें मिला है। वहां तो महल बना हुआ था।
इस तरह बिना कैस लिए और दिए कृष्ण ने सुदामा की सहायता की थी। इसके बाद योगी ने ग्राम पंचायत के सदस्यों को भीम एप को यूज करने की भी सलाह दी।
पीएम ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने को भीम ऐप लॉन्च किया बता दें, डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2016 में मोबाइल ऐप भीम लॉन्च किया था।
मोदी ने इस मौके पर कहा था- सरकार ऐसी टेक्नोलॉजी ला रही है, जिसके जरिए बिना इंटरनेट के भी आपका पेमेंट हो सकेगा। अंगूठा जो कभी अनपढ़ होने की निशानी था, वह डिजिटल पेमेंट की ताकत बन जाएगा। आपका अंगूठा ही डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए काफी होगा।
वहीं उन्होंने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने वाले लोगों और कलेक्टरों को सम्मानित भी किया।
वहीं नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार ने डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए लकी ग्राहक योजना और डिजिधन व्यापारी योजना शुरू की थी। इनमें लकी ग्राहक योजना कस्टमर्स के लिए थी, जबकि डिजिधन व्यापारी योजना शॉपकीपर्स के लिए थी।
10 अप्रैल को प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी के हाथों इन स्कीम्स का लकी ड्रा निकालवाया गया था, इसके बाद अंबेडकर जयंती के मौके पर विनर्स के नाम डिक्लेयर नहीं किए गए थे। इसमें लातूर की श्रद्धा ने एक करोड़ का इनाम जीता है। उन्हें सिर्फ 1590 रुपए का डिजिटल पेमेंट करने पर यह इनाम मिला है। वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग की स्टूडेंट हैं। उसके पिता किराने छोटी-सी दुकान चलाते हैं।

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