कई बार जब सिस्टम खिलाडिय़ों को परेशान करता है, तो खिलाड़ी खुद कैमरा उठाकर रिपोर्टिंग करने पर मजबूर हो जाते हैं। कश्मीर की तजामुल इस्लाम सिस्टम की ऐसी ही बदहाली से जुड़ी और इसे दुनिया के सामने लाने के लिए एक आठ साल की इस खिलाड़ी को आगे आना पड़ा। तजामुल इस्लाम वो बच्ची है, जिसने आतंकवाद और कश्मीर के अलगाववादियों की आंच से खुद को बचाकर देश का नाम रोशन किया है। तजामुल इस्लाम वल्र्ड किकबॉक्सिंग चैंपियन हैं। अब इसी बच्ची के संघर्ष को बॉलीवुड बड़े पर्दे पर उतारना चाहता है।
फिल्म निर्माता मुश्ताक नाडियावाला कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले देश के सबसे कम उम्र के किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन आठ वर्षीय तजामुल इस्लाम की प्रेरणादायक कहानी पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। निर्माता ने इस बायोपिक के लिए कहानी के अधिकार खरीद लिए हैं।
तजामुल ने पिछले वर्ष नवंबर में इटली में आयोजित वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में इतिहास रचा था। पिछले महीने खबर आई थी कि लेखिका शिबानी बथीजा भी इसी विषय पर पटकथा लिख रही हैं। लेकिन मुश्ताक का कहना है कि उन्होंने अकेले इस कहानी के अधिकार लिए हैं।
मुश्ताक ने बताया, कई महीनों से बात चल रही है। परिवार ने हमारे दृष्टिकोण और फिल्म निर्माण में हमारे परिवार की साख पर भरोसा जताया है। उन्हें लगता है कि हम कहानी के साथ न्याय करेंगे। हम जल्द ही किसी लेखक को इसकी पटकथा का जिम्मा सौंपेंगे।
उन्होंने आगे कहा, यह फिल्म उन युवाओं को प्रेरित करेगी, जो अच्छा करने की चाह रखते हैं, लेकिन जो परिस्थितियों के कारण लाचार हैं। खासतौर पर इसका उद्देश्य लैंगिक रूढिय़ों को तोडऩा है।
फिल्म निर्माता मुश्ताक नाडियावाला कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले देश के सबसे कम उम्र के किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन आठ वर्षीय तजामुल इस्लाम की प्रेरणादायक कहानी पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। निर्माता ने इस बायोपिक के लिए कहानी के अधिकार खरीद लिए हैं।
तजामुल ने पिछले वर्ष नवंबर में इटली में आयोजित वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में इतिहास रचा था। पिछले महीने खबर आई थी कि लेखिका शिबानी बथीजा भी इसी विषय पर पटकथा लिख रही हैं। लेकिन मुश्ताक का कहना है कि उन्होंने अकेले इस कहानी के अधिकार लिए हैं।
मुश्ताक ने बताया, कई महीनों से बात चल रही है। परिवार ने हमारे दृष्टिकोण और फिल्म निर्माण में हमारे परिवार की साख पर भरोसा जताया है। उन्हें लगता है कि हम कहानी के साथ न्याय करेंगे। हम जल्द ही किसी लेखक को इसकी पटकथा का जिम्मा सौंपेंगे।
उन्होंने आगे कहा, यह फिल्म उन युवाओं को प्रेरित करेगी, जो अच्छा करने की चाह रखते हैं, लेकिन जो परिस्थितियों के कारण लाचार हैं। खासतौर पर इसका उद्देश्य लैंगिक रूढिय़ों को तोडऩा है।
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