बुधवार, अप्रैल 19, 2017

पत्थरबाजों और सेना की जंग

दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।
 
कश्मीर में सेना और पत्थरबाजों के बीच छीड़ी जंग जहां थमने का नाम नहीं ले रही है वहीं दूसरी और पत्थरबाजों के सेना पर पत्थराव और सेना के पत्थरबाजों को सबक सीखाने के वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वॉयरल होते जा रहे हैं। हालात इतने खतरनाक होते जा रहे हैं कि पत्थरबाज सेना को मासूम जनता की आड़ में अपना निशाना बना लेते हैं।
सेना अगर त्वरित कार्रवाई करने की कोशिश करती है तो बेगुनाह और बच्चे भी बेवजह मारे जा सकते हैं। यही वजह है कि भारतीय सेना को पत्थरबाजों को झेलना पड़ रहा है।
सेना की माने तो पैलेट गन के इस्तेमाल को समाज के कुछ बुद्धिजीवी लोग गलत ठहरा रहे हैं। जबकि वो इसके दूसरे पहलू को नहीं देखते हैं कि देखते कि पत्थर फेंकने वाले सेना को किस तरह निशाना बनाते हैं।
बहरहाल हम बात कर रहे हैं सोशल मीडिया में वॉयरल हुए उन वीडियोज की जो सेना और पत्थरबाजों के आपसी टकराव के हैं।
श्रीनगर उपचुनाव में वोटिंग में जमकर हिंसा हुई थी। एक सप्ताह बाद एक वीडियो सामने आया है जिसमें सत्ताधारी पार्टी पीडीएफ और दक्षिण कश्मीर का व्यापारी बंदूक की नोक पर भारत विरोधी नारे लगाते हुए नजर आ रहा है।  पार्टी का कहना है कि यह वीडियो एक सप्ताह पहले उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए रिकॉर्ड किया गया था। उपचुनाव में अलगाववादियों ने बहिष्कार किया था। 
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बंदूकधारियों का एक समूह वली मुहम्मद भट्ट के घर पर आ धमका। सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए वीडियो में भट्ट को घबराया हुआ दिखाया गया है। एके -47 ताने कुछ लोग खड़े हैं। वीडियो में भट्ट भारत विरोधी नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं।  एक और वीडियो सामने आया है जिसमें एक यूनियन लीडर बशीर अहमद वानी को भारत विरोधी नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया है।
हालांकि, अभी तक केस दर्ज नहीं किया गया है और भट्ट से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। पीडीएफ के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि घटना के बाद कार्यकर्ता को मीडिया के सामने आने से रोका जा रहा है। 
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर लोकसभा सीट के 38 मतदान केंद्रों पर 12 अप्रैल को हुए पुनर्मतदान में सिर्फ 2।02 फीसदी वोटिंग हुई थी। कश्मीर में यह अब तक का सबसे कम मतदान है। हलांकि, मतदान केंद्रों पर हिंसा की कोई बड़ी वारदात नही हुई। सभी जगह  शांति या फिर कहे खामोशी छाई रही। बडगाम जिले के चादूरा, चरार-ए-शरीफ, खानसाहिब और बीरवाह तहसील के 38 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान के आदेश दिए गए थे, क्योंकि यहां रविवार को हुए चुनाव के दौरान बिंसा से मतदान ठीक से नही पाया था। यहां भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी। गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद में दक्षिन कश्मीर अशांति से गुजर रहा है।
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर सीआरपीएफ जवान को लात मारने का वीडियो वायरल हुआ। इस वायरल वीडियो में साफ-साफ इस जवान के पैर पर लात मारी गई और इसका हेलमेट गिर गया। जवान ने शांति से अपना हेलमेट उठाया और चलता रहा। यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू कश्मीर दौरे के एक हफ्ते बाद हुई। अपने जम्मू कश्मीर दौरे पर पीएम मोदी ने कश्मीर के युवाओं से अपील की थी कि वे हिंसा को त्याग दें।
इस घटनाक्रम के बाद सेना की गाडिय़ों पर पथराव और सीआरपीएफ के जवानों की पिटाई का एक वीडियो वॉयरल हुआ। इस वीडियो के वॉयरल होने के बाद सेना का एक जवाबी वीडियो भी वॉयरल हुआ जिसमें सीआरपीएफ के जवानों की पिटाई और पत्थराव करने वाले युवकों की गिरफ्तारी दिखाई गई है और सेना के जवान उन्हें सबक सिखा रहे हैं। सबक सिखने के बाद ये युवक पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। वीडियो वॉयरल होने का सिलसिला यहीं नहीं थमा।
इन सारे हालात के बीच जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्बदुल्हा ट्विटर पर एक और वीडियो डाल देते हैं। इस वीडियो में सेना की गाड़ी के सामने एक युवक को बांधा गया और उसे कश्मीर के 9 गांवों में घुमाया गया। इस युवक के जरिए पत्थरबाजों को चेतावनी दी गई है कि अगर वे ऐसा करेंगे तो उनके साथ ऐसा ही हश्र होगा। वीडियो के बाद विवाद शुरू हो गया है।
इसके बाद एक के बाद एक वीडियो वॉयरल होते जा रहे हैं। हाल ही में एक ऐसा वीडियो भी जारी हुआ जिसमें सेना के जवान पत्थरबाज युवक की डंडे से पिटाई कर रहे हैं।
इस सारे घटनाक्रम पर राजनीतिज्ञ भी अपनी राजनीति को बचाने के लिए पैनी नजर रखे हुए हैं। घाटी में जारी हिंसा के चलते जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती दिल्ली में आर्मी चीफ बिपिन रावत से मिलीं।
उन्होंने उम्मीद जताई कि सेना इससे हुए नुकसान की भरपाई जल्द ही करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महबूबा ने कहा, 'डंडे से कुछ नहीं निकलेगा। अब तक जो हुआ सो हुआ, अब इसे दोहराया नहीं जाना चाहिए।Ó
कश्मीर में पत्थरबाजों और सेना के बीच जंग अभी भी जारी है। पत्थरबाजों के खिलाफ सीधी कार्रवाई करने के लिए जहां भारतीय सेना के हाथ बंधे हुए हैं, वहीं पत्थरबाज इसका पूरा लाभ उठा रहे हैं। जिसके चलते हालात बहुत ही खतरनाक बनते जा रहे हैं। यह लड़ाई अब सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों तक पहुंच रही है। वॉयरल हुए वीडियो लाखों लोगों के द्वारा देखे जा रहे हैं। लाखों करोड़ों भारतीय इन वीडियोज को देखने के बाद भारतीय सेना की फेवर में कमेंट कर रहे हैं वही दूसरी और पाकिस्तानी पत्थरबाजों की सराहना कर रहे हैं।

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