अगर कोई कहे बिल्लियों की खातिर ब्रिटेन और रूस में जंग छिड़ी है तो यह बात थोड़ी अटपटी लगेगी, लेकिन पिछले दो दिनों से कुछ ऐसे ही हालात हैं। विदेश और राजनीतिक मामलों में ब्रिटेन और रूस के बीच संबंध तीखे रहे हैं। अब यही तीखापन बिल्लियों के एक खिताब को कब्जाने के लिए भी दिख रहा है। इसमें दोनों देशों के प्रशंसक जी-जान से लगे हुए हैं। अपनी-अपनी बिल्लियों को जिताने के लिए सोशल साइटों से लेकर तमाम हथकंडे इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
दरअसल, लंदन में दो दिनी कैट शो चल रहा है। इसमें कई देशों की बिल्लियों के बीच 'वल्र्ड बेस्ट कैटÓ नामक खिताब के लिए प्रतियोगिता हो रही है।
ब्रिटेन की माओग्लीव्स स्टोनहेंज और रूस की स्कॉटिश फोल्ड ने शुरुआती राउंड पार करके अपनी दावेदारी पक्की कर दी है।
स्टोनहेंज के पास वल्र्ड बेस्ट कैट का मौजूदा खिताब है और इस बार फोल्ड उसे टक्कर दे रही है। प्रतियोगिता में दोनों देशों के लोगों की नजरें जजों के फैसले पर टिकी हैं।
मालूम हो कि दुनिया में बिल्लियों की 37 नस्लें पाई जाती हैं। इनमें से अधिकतर जंगलों में रहती हैं। हम शेर, बाघ, चीता और तेंदुओं के बारे में तो जानते ही हैं कि ये बिल्लियों की बड़ी नस्लें हैं।
दरअसल, लंदन में दो दिनी कैट शो चल रहा है। इसमें कई देशों की बिल्लियों के बीच 'वल्र्ड बेस्ट कैटÓ नामक खिताब के लिए प्रतियोगिता हो रही है।
ब्रिटेन की माओग्लीव्स स्टोनहेंज और रूस की स्कॉटिश फोल्ड ने शुरुआती राउंड पार करके अपनी दावेदारी पक्की कर दी है।
स्टोनहेंज के पास वल्र्ड बेस्ट कैट का मौजूदा खिताब है और इस बार फोल्ड उसे टक्कर दे रही है। प्रतियोगिता में दोनों देशों के लोगों की नजरें जजों के फैसले पर टिकी हैं।
मालूम हो कि दुनिया में बिल्लियों की 37 नस्लें पाई जाती हैं। इनमें से अधिकतर जंगलों में रहती हैं। हम शेर, बाघ, चीता और तेंदुओं के बारे में तो जानते ही हैं कि ये बिल्लियों की बड़ी नस्लें हैं।
0 टिप्पणियाँ :
एक टिप्पणी भेजें