शनिवार, अप्रैल 01, 2017

मां भगवती की भक्ति में डूबा जम्मू

दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।

मां भगवती की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्र 28 मार्च से प्रारंभ हो गए जिसके चलते पूरा जम्मू मां भगवती की भक्ति में डूब गया है। माता वैष्णोदेवी के आधार शिविर कटरा में भी भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है जो मां भगवती का आशीर्वाद पाने पवित्र गुफा की ओर लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं जम्मू के सभी मंदिरों मेें नवरात्र को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। मां काली के मुख्य मंदिर बाबे वाली माता के मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम जारी हो गया है जो देर रात तक अनवरत चल रहा है। बाबे वाली माता के मंदिर को फूलों से विशेष रूप से सजाया गया है।  लोगों ने अपने घरों पर साख बीजकर व्रतों को प्रारंभ कर दिया है जो नौ दिनों तक चलेंगे।

















 इन नवरात्रों के साथ ही शुभ कार्यों की भी शुरुआत हो गई है जिससे बाजारों में चहल पहल बढ़ गई है। बाबे वाली माता मंदिर के अलावा पक्का डंगा स्थित महालक्ष्मी मंदिर में स्थित चंडी माता के मंदिर में भी श्रद्धालुओं की संख्या एकाएक बढ़ गई हे। महामाया मंदिर में भी श्रद्धालु पहुंचकर माता के दर्शन कर रहे हैं। वहीं माता वैष्णोदेवी के पहले पड़ाव कोल कंडोली में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों, पूजन अर्चन तथा आशीर्वाद प्राप्त करेने के लिए पहुंच रहे हैं। सर्कुलर रोड स्थित चिंतपूर्णी मंदिर में भी आस्था का सैलाब उमड़ रहा है।  नवरात्र के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन ने भी सख्त इंतजाम किए हुए हैं। आईजी जम्मू एस डी सिंह जम्वाल ने भी माना कि प्रधानमंत्री मोदी का दौरा, कश्मीर में होने वाले उपचुनाव और नवरात्र के दौरान सुरक्षा करना बहुत बड़ी चुनौती है। कुछ दिन पहले ही पुलिसकर्मी से हथियार छीने जाने के बाद पुलिस और सतर्कता बरत रही है और इसके लिए थ्री टायर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। बाबे वाली माता के मंदिर के अलावा पीरखो, कोल कंडोली तथा सांबा स्थित चीची माता के मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।  उल्लेखनीय है कि चैत्र नवरात्र के साथ ही हिंदुओं के नववर्ष 2074 का भी शुभारंभ हा गया है। माता वैष्णोदेवी के दरबार में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावनाओं के मद्देनजर इंतजामों को और बेहतर किया गया है। श्राइन बोर्ड के सीईओ अजीत कुमार साहू खुद व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी, अटका भवन और आसपास के इलाकों में विशेष सजावट की गई है तथा पूरे भवन मार्ग पर साफ-सफाई के विशेष इंतजाम किए गए हैं।

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