सोमवार, अप्रैल 03, 2017

पीएम की नसीहत, 'खून के खेल से किसी का भला नहीं'

चनैनी-नाशरी टनल का उद्घाटन करने के बाद कश्मीरी युवाओं को पीएम ने दी नसीहत

खून के खेल से किसी का भला नहीं
कश्मीरी युवा खुद तय करें कि उन्हें 'टेरेरिज्म' पसंद है या 'टूरिज्म' 



'कश्मीर में ऐसी कई और सुरंगें बनाने की योजना है। इससे हिंदुस्तान से कश्मीर का जुड़ाव केवल रास्तों का ही नहीं होगा बल्कि दिलों का नेटवर्क भी जुड़ेगा।' -मोदी

दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।

 जम्मू-कश्मीर का नाम आज विश्व के इतिहास में उस समय स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गया, जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया की सबसे बड़ी सुरंग चनैनी-नाशरी टनल को रविवार को यातायात के लिए जनता को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश की सबसे लंबी सुरंग का उद्घाटन किया जो हर मौसम में कश्मीर घाटी को जम्मू से जोड़े रखेगी और 31 किलोमीटर की दूरी कम करेगी। उधमपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'चेनानी नाशरी सुरंग विश्व के मानक के हिसाब से बनी है और इसके निर्माण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया। यह सुरंग जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए छलांग है। पीएम मोदी ने कहा, 'रक्तपात के रास्ते ने 40 सालों तक किसी को कोई मदद नहीं की है और कभी किसी की मदद करेगा भी नहीं। उन्होंने कहा, 'कश्मीर के युवाओं के सामने दो रास्ते हैं - एक पर्यटन का है और दूसरा आतंकवाद का।' कश्मीर में अशांति को बढ़ावा देने पर पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सीमापार जो लोग बैठे हैं, वे अपना ही ख्याल नहीं रख सकते। कश्मीरी युवाओं को संदेश देते हुए पीएम ने कहा, 'यदि आप सूफी संस्कृति की बहुमूल्य परंपरा को नजरअंदाज करते हैं तो आप अपना वर्तमान गंवा बैठेंगे और अपना भविष्य अंधकारमय कर लेंगे।'मोदी ने कहा, 'यह सुरंग कश्मीर के युवाओं के रोगजार के नए द्वार खोलेगी। कश्मीर में ऐसी कई और सुरंगें बनाने की योजना है। इससे हिंदुस्तान से कश्मीर का जुड़ाव केवल रास्तों का ही नहीं होगा बल्कि दिलों का नेटवर्क भी जुड़ेगा।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कश्मीरियत, इंसानियत, जम्हूरियत के मूलमंत्र के साथ कश्मीर को हम विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। खून का खेल 40 साल में किसी का भला नहीं कर पाया है। अगर पर्यटन पर ध्यान दिया गया होता तो पूरी दुनिया कश्मीर आना चाहती। सुरंग के निर्माण से कश्मीर में पर्यटन बढ़ेगा।' उन्होंने प्रदेश की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को केंद्रीय कोष का राज्य के विकास के लिए उपयोग करने पर बधाई दी। उन्होंने आगे मदद जारी रखने का आश्वासन दिया। मोदी ने कहा, 'पिछले साल केंद्र सरकार ने राज्य के लिए 80,000 करोड़ रुपये कि पैकेज का ऐलान किया था और मैं महबूबा और उनकी सरकार को इस बात के लिए बधाई दूंगा कि वह इस राशि में से आधे का प्रयोग कर चुकी है। इस तरह के पैकेज पर काम शुरू करने में वर्षों लग जाते हैं लेकिन महबूबा सरकार ने प्रशंसनीय कार्य किया है।'
उन्होंने राज्य की पर्यटन संभावनाओं के दोहन की अपील करते हुए घाटी के लोगों से कहा कि प्रदेश की तकदीर बदलने के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करें। चेनानी से नाशरी तक बनी यह सुरंग देश की सबसे लंबी सुरंग है। यह विश्वस्तरीय खूबियों के साथ स्मार्ट सुरंग है जिसमें मोबाइल से लेकर इंटरनेट तक काम करता है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने प्रदेश की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ खुली जीप में सुरंग का जायजा लिया।
प्रधानमंत्री ने राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की उपस्थिति में नौ किलोमीटर लंबी चेनानी-नाशरी सुरंग को राष्ट्र को समर्पित किया जिसका निर्माण 3720 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है।
उद्घाटन के बाद मोदी ने वोहरा और महबूबा के साथ सुरंग में खुली जीप में कुछ दूरी तक यात्रा की। प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उन अभियंताओं के साथ फोटो खिंचवायी जो इस सुरंग के निर्माण में शामिल थे। बर्फ से ढके ऊंचे पहाड़ों के नीचे से गुजरने वाली इस सुरंग से यात्रा ढाई घंटे कम हो जाएगी और जम्मू एवं उधमपुर से रामबन, बनिहाल और श्रीनगर जाने वाले यात्रियों को सभी मौसम में सुरक्षित यात्रा प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार इस सुरंग के चालू हो जाने से रोजाना करीब 27 लाख रुपये के ईंधन की बचत होने की उम्मीद है। यह सुरंग विश्वस्तरीय सुरक्षा प्रणालियों से लैस है।








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