शनिवार, जुलाई 22, 2017

दो आतंकी ढेर, जम्मू भी हाई अलर्ट पर

 बांडीपोरा के गुरेज में घुसपैठ की कोशिश नाकाम

दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू/ श्रीनगर।
सेना ने बांडीपोरा के गुरेज में घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी। मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए हैं। वहीं, दो और आतंकी सुरक्षाबलों के घेरे में हैं।
वहीं, काजीगुंड में आतंकियों ने नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व पंच को गोली मार कर घायल कर दिया है। उसे नजदीकी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है।
पुंछ में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गोलाबारी से दहशत है। क्षेत्र के भंबर गली, साब्जियां में पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की जा रही है। इस कारण जिले के सीमांत क्षेत्रों में सरकारी स्कूल बंद है।
कश्मीर के उड़ी में सेना के जवान ने आठ राष्ट्रीय राइफल के मेजर शिखर थापा की गोली मार कर हत्या कर दी। बताया जाता है कि मोबाइल इस्तेमाल को लेकर हुए विवाद के बाद जवान ने एके 47 से फायरिंग कर दी।
जम्मू में संदिग्ध घुसने की गुप्त सूचना के मद्देनजर दूसरे दिन भी हाई अलर्ट है। शहर के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की गश्त जारी है।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़े आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। बिजबिहाड़ा से श्रीनगर और पंथाचौक-नौगाम- हैदरपोरा-बेमिना बाईपास और एचएमटी से गांदरबल मार्ग को संवेदनशील घोषित किया है।
सूत्रों के अनुसार हमले करने के लिए आतंकी संगठनों ने तीन से चार दस्ते बनाए हैं। प्रत्येक दस्ते मेंदो से तीन आतंकी शामिल हैं। कुछ आतंकियों को श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र नौगाम और माच्छुवा में देखा गया है। सुरक्षाबलों ने सभी इलाके घेरकर तलाशी अभियान छेड़ रखा है। जरूरी नहीं कि आतंकी अमरनाथ श्रद्घालुओं के वाहनों पर ही हमला करें वह सुरक्षाबलों को भी निशाना बना सकते हैं।
गत सप्ताह सोमवार को श्रद्धालुओं पर हुए हमले के पीछे आतंकियों की मंशा रियासत में हालात बिगाडऩे के साथ पूरे देश में सांप्रदायिक उन्माद पैदा करना भी था। उनका मंसूबा पूरा नहीं हुआ है। इससे वह और उनके आका पूरी तरह हताश हैं। वह दोबारा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक हैं। आतंकियों के पास राकेट लांचर जैसे घातक हथियार होने के इनपुट मिले हैं।
आतंकियों को लगता है कि अगर वह दोबारा यात्रा पर हमला करते हैं तो सांप्रदाियक हिंसा भड़क जाएगी। हमले को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने प्रत्येक दस्ते में एक साल के दौरान आतंकी बनने वाले युवकों को भी शामिल कर रखा है।ग्रेनेड से भी कर सकते हैं हमला सूत्रों की मानें तो आतंकी आधार शिविरों या श्रद्घालुओं के वाहनों पर भीड़ भरे इलाकों में ग्रेनेड से हमला कर सकते हैं।
इसलिए यात्रा मार्ग पर स्थित सभी प्रमुख कस्बों,बाजारों और जंक्शनों पर विशेष एहतियात बरतने का निर्देश भी दिया। आतंकी साजिश को नाकाम बनाने के लिए और सुरक्षा प्रबंधों में किसी खामी से बचने के लिए लगातार सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।

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