शुक्रवार, जुलाई 07, 2017

चीन ने किया भूटान के दावे को खारिज, कहा-

ऐतिहासिक रूप से डोकलाम इलाका चीन का
बीजिंग। 
भूटान के दावे को खारिज करते हुए चीन ने कहा कि सिक्किम सेक्टर का डोकलाम इलाका चीन के मवेशियों का पारंपरिक चारागाह रहा है, जिस पर उसका पूर्ण और व्यापक नियंत्रण रहा है।
चीन और भूटान के बीच के विवादित क्षेत्र डोकलाम में चीन द्वारा सड़क निर्माण कार्य को भारतीय सैनिकों द्वारा अवरूद्ध किए जाने के बाद भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध के बीच चीन की तरफ से यह बयान जारी किया गया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा, 'ऐतिहासिक साक्ष्यों के आधार पर हम देख सकते हैं कि डोकलाम का इस्तेमाल तिब्बत के लोग पारंपरिक चारागाह के रूप में करते रहे हैं और हमने इलाके में अच्छे तरीके से प्रशासन को संभाला है।
उन्होंने कहा कि 1960 के दशक से पहले सीमा से सटे इलाके में रहने वाले लोगों को अपने मवेशियों को चराने के लिए चीन से अनुमति लेनी पड़ती थी। कांग ने दावा किया कि किंग साम्राज्य के समय से ही डोकलाम चीनी प्रशासन का हिस्सा रहा है।
चीन ने कहा कि सिक्किम सेक्टर में सैन्य तनातनी पर भारत के साथ अबाधित और अर्थपूर्ण वार्ता के लिए राजनयिक रास्ता खुला हुआ है लेकिन पहले भारतीय सैनिक दोकलाम इलाके से हटें, क्योंकि उसपर बीजिंग की अकाटय संप्रभुता है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने यहां कहा, चीन और भारत के बीच वार्ता के लिए राजनयिक रास्ते अबाधित रूप से खुले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों ने चीन और भारत के बीच स्वीकृत सीमा को 18 जून को लांघ। यह पहली बार है जब चीन ने विवादित दोकलाम इलाके में भारतीय सेना के प्रवेश की तिथि स्पष्ट रूप से बताई है। भारतीय सेना सिक्किम के पास स्थित इस क्षेत्र में चीन को सड़क निर्माण से रोकने के लिए दाखिल हुई है। चीन इस क्षेत्र को डोंगलोंग कहता है।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच उस वक्त गतिरोध उत्पन्न हो गया जब भारतीय सेना ने दोकलाम में सड़क निर्माण करने से चीन को रोक दिया। यह चीन और भूटान के बीच एक विवादित क्षेत्र है जिसे डोंगलोंग के नाम से भी जाना जाता है। जम्मू—कश्मीर से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत और चीन के बीच 3488 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा है। उसमें से 220 किलोमीटर का हिस्सा सिक्किम में पड़ता है। चीन ने भूटान के इन आरोपों से भी इनकार किया कि चीन ने उसकी सरजमीं में सड़क का निर्माण कर समझौतों का उल्लंघन किया है।

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