अमरनाथ श्रद्धालुओं की बस खाई में गिरी, 16 की मौत
दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
जम्मू।
बाबा बर्फानी श्री अमरनाथ यात्रियों के लिए बस का टायर पंक्चर होना एक बार फिर मौत का कारण बन गया। पिछले सप्ताह सोमवार को आतंकियों ने बस पर हमला कर आठ लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। यह बस टायर पंक्चर होने के कारण लेट हो गई थी। अब एक बार फिर बीते रविवार को बस के टायर पंक्च्र होने ने करीब डेढ़ दर्जन अमरनाथ श्रद्धालुओं को मौत के मुंह में धकेल दिया।
जम्मू से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुई बस बनिहाल के नाचिलाना इलाके में खाई में जा गिरी। हादसे में 16 श्रद्धालुओं की मौैत हो गई। 10 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और छह घायलों की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। हादसे में 30 श्रद्धालु घायल हुए हैं। तीन श्रद्धालु लापता बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक जम्मू से रवाना हुआ श्रद्धालुओं का जत्था रामबन से गुजर रहा था। ज्यादातर वाहन गुजर चुके थे। 15 से 20 वाहन पीछे थे। रविवार को दिन में करीब पौने दो बजे यात्रा जत्थे की बस (जेके02वाई-0594) रामबन के नाचिलाना इलाके को पार कर रही थी। अचानक बस अनियंत्रित होकर सड़क से 100 फीट नीचे खाई में जा गिरी। बस चट्टानों से टकराते हुए खाई में गिरी।
हादसे की शिकार बनी अमरनाथ श्रद्धालुओं की बस में सवार श्रद्धालु चंद्र प्रकाश निवासी इंदौर मध्य प्रदेश ने बताया कि अचानक बस का टायर पंक्चर हो गया और चालक ने जैसे वाहन को रोका तो उसके नीचे की जमीन धंसना शुरू हो गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, बस गहरी खाई में जा गिरी।
हादसे में गंभीर रूप से घायल चंद्र प्रकाश ने बताया कि बस को कई पलटे लगे और उसमें सवार सभी यात्री अपने बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे। वहीं, इंदौर से ही आए अन्य श्रद्धालु विपिन लोशी ने बताया कि बस के नीचे गिरते ही उन्हें कुछ समझ नहीं आया और जब कुछ देर बाद उसे होश आई तो देखा कि कई लोग मर चुके थे। बस में घायलों की हालत ऐसी हो चुकी थी कि उनके मुंह से चीख भी नहीं निकल पा रही थी। वहीं, जीएमसी में पहुंचे अधिकतर घायल तो बात करने की स्थिति में भी नहीं थे और जो थे, उनका कहना था कि वह भोले बाबा की कृपा से ही बचे हैं।
हादसे के फौरन बाद मौके पर सेना, स्थानीय लोगों व वाहन चालकों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस व ट्रैफिक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सभी बचाव कार्य में जुट गए। शवों को खाई से बाहर निकाल बनिहाल जिला अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया। गंभीर रूप से घायल छह यात्रियों ने बनिहाल अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। घायलों में से 19 को एयरलिफ्ट कर मेडिकल कॉलेज जम्मू तथा आठ को सौरा मेडिकल कॉलेज श्रीनगर रेफर किया गया। दो घायलों का उपचार बनिहाल सरकारी अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शेषपाल वैद भी बनिहाल पहुंचे। उन्होंने राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया।
मोदी ने जताया दुख
हादसे में श्रद्धालुओं की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवार वालों के साथ हैं। साथ ही उन्होंने घायल श्रद्धालुओं के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
राजनाथ ने हादसे की ली जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात कर बस हादसे की जानकारी ली। फोन पर हुई बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि हादसे के बाद तेजी से बचाव कार्य चलाया गया। गृह मंत्री ने राज्यपाल एनएन वोहरा से भी हादसे पर बातचीत की। राज्यपाल घटनास्थल पर पहुंचे हुए थे। उन्होंने भी घटना के बारे में गृह मंत्री को विस्तार से जानकारी दी। गृह मंत्री ने बाद में ट्वीट कर कहा कि हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं के लिए उनका दिल दुखी है।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामबन बस हादसे में मारे गए अमरनाथ यात्रियों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की। मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और गंभीर रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये दिए जाएंगे।
जम्मू से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुई बस बनिहाल के नाचिलाना इलाके में खाई में जा गिरी। हादसे में 16 श्रद्धालुओं की मौैत हो गई। 10 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और छह घायलों की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। हादसे में 30 श्रद्धालु घायल हुए हैं। तीन श्रद्धालु लापता बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक जम्मू से रवाना हुआ श्रद्धालुओं का जत्था रामबन से गुजर रहा था। ज्यादातर वाहन गुजर चुके थे। 15 से 20 वाहन पीछे थे। रविवार को दिन में करीब पौने दो बजे यात्रा जत्थे की बस (जेके02वाई-0594) रामबन के नाचिलाना इलाके को पार कर रही थी। अचानक बस अनियंत्रित होकर सड़क से 100 फीट नीचे खाई में जा गिरी। बस चट्टानों से टकराते हुए खाई में गिरी।
हादसे की शिकार बनी अमरनाथ श्रद्धालुओं की बस में सवार श्रद्धालु चंद्र प्रकाश निवासी इंदौर मध्य प्रदेश ने बताया कि अचानक बस का टायर पंक्चर हो गया और चालक ने जैसे वाहन को रोका तो उसके नीचे की जमीन धंसना शुरू हो गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, बस गहरी खाई में जा गिरी।
हादसे में गंभीर रूप से घायल चंद्र प्रकाश ने बताया कि बस को कई पलटे लगे और उसमें सवार सभी यात्री अपने बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे। वहीं, इंदौर से ही आए अन्य श्रद्धालु विपिन लोशी ने बताया कि बस के नीचे गिरते ही उन्हें कुछ समझ नहीं आया और जब कुछ देर बाद उसे होश आई तो देखा कि कई लोग मर चुके थे। बस में घायलों की हालत ऐसी हो चुकी थी कि उनके मुंह से चीख भी नहीं निकल पा रही थी। वहीं, जीएमसी में पहुंचे अधिकतर घायल तो बात करने की स्थिति में भी नहीं थे और जो थे, उनका कहना था कि वह भोले बाबा की कृपा से ही बचे हैं।
हादसे के फौरन बाद मौके पर सेना, स्थानीय लोगों व वाहन चालकों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस व ट्रैफिक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सभी बचाव कार्य में जुट गए। शवों को खाई से बाहर निकाल बनिहाल जिला अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया। गंभीर रूप से घायल छह यात्रियों ने बनिहाल अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। घायलों में से 19 को एयरलिफ्ट कर मेडिकल कॉलेज जम्मू तथा आठ को सौरा मेडिकल कॉलेज श्रीनगर रेफर किया गया। दो घायलों का उपचार बनिहाल सरकारी अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शेषपाल वैद भी बनिहाल पहुंचे। उन्होंने राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया।
मोदी ने जताया दुख
हादसे में श्रद्धालुओं की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवार वालों के साथ हैं। साथ ही उन्होंने घायल श्रद्धालुओं के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
राजनाथ ने हादसे की ली जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात कर बस हादसे की जानकारी ली। फोन पर हुई बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि हादसे के बाद तेजी से बचाव कार्य चलाया गया। गृह मंत्री ने राज्यपाल एनएन वोहरा से भी हादसे पर बातचीत की। राज्यपाल घटनास्थल पर पहुंचे हुए थे। उन्होंने भी घटना के बारे में गृह मंत्री को विस्तार से जानकारी दी। गृह मंत्री ने बाद में ट्वीट कर कहा कि हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं के लिए उनका दिल दुखी है।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामबन बस हादसे में मारे गए अमरनाथ यात्रियों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की। मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और गंभीर रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये दिए जाएंगे।
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