दीपाक्षर टाइम्स संवाददाता
श्रीनगर।
बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में यकायक बढ़ गई आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए सेना का अभियान जारी है और एक-एक कर बड़े आतंकवादी मारे जा रहे हैं। बामनु, पुलवामा में गत सोमवार से जारी मुठभेड़ में जिंदा बचे तीसरे आतंकी को भी सुरक्षाबलों ने मंगलवार की सुबह मार गिराया। फिलहाल, मुठभेड़ स्थल पर कुछ और आतंकियों के छिपे होने की आशंका के सर्च अभियान जारी है। उत्तरी कश्मीर के अजस, बांडीपोर में मंगलवार की सुबह आतंकियों ने सुरक्षाबलों की एक रोड ओपनिंग पार्टी पर घात लगाकर हमला किया। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया। इस पर आतंकी वहां से जान बचाते हुए निकटवर्ती बस्ती में शामिल हो गए। सुरक्षाबलों ने हमलावर आतंकियों को पकडऩे के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया है।
करीब चौबीस घंटे तक जारी रही इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर और सीआरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर समेत चार सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए हैं। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को बचाने के लिए उनके समर्थकों ने सुरक्षाबलों पर भीषण पथराव करते हुए जवानों से मारपीट का प्रयास भी किया था। इस दौरान सुरक्षाबलों व राष्ट्रविरोधी तत्वों के बीच हुई हिंसक झड़पों में सात सुरक्षाकर्मियों समेत 18 लोग भी जख्मी हुए थे।
अधिकारियों ने बताया कि दो आतंकी गत सुबह हीमारे गए थे। लेकिन तीसरा आतंकी जो लगातार अपनी पोजीशन बदल रहा था, आज सुबह ही मारा गया। उसके साथ एक या दो और आतंकी थे,लेकिन उनका अभी कोई सुराग नहीं मिला है। हो सकता है कि वह भाग निकले हों या मलबे का ढेर बने मकान के नीचे दब गए हों।
गौरतलब है कि सेना की 44 आरआर के जवानों ने सोमवार की सुबह सात बजे के करीब बामनू गांव में छिपे आतंकियों को पकडऩे के लिए उनके ठिकाने पर छापा मारा। एक आतंकी मुठभेड़ शुरु होने के कुछ ही देर बाद मारा गया था जबकि दूसरा आतंकी नौ बजे मारा गया था लेकिन तीसरे आतंकी को मार गिराने से पहले ही आतंकियों की समर्थक भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु कर दिया था। इससे तीसरे आतंकी को अपने लिए सुरिक्षत पोजीशन लेने का मौका मिल गया था।
श्रीनगर।
बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में यकायक बढ़ गई आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए सेना का अभियान जारी है और एक-एक कर बड़े आतंकवादी मारे जा रहे हैं। बामनु, पुलवामा में गत सोमवार से जारी मुठभेड़ में जिंदा बचे तीसरे आतंकी को भी सुरक्षाबलों ने मंगलवार की सुबह मार गिराया। फिलहाल, मुठभेड़ स्थल पर कुछ और आतंकियों के छिपे होने की आशंका के सर्च अभियान जारी है। उत्तरी कश्मीर के अजस, बांडीपोर में मंगलवार की सुबह आतंकियों ने सुरक्षाबलों की एक रोड ओपनिंग पार्टी पर घात लगाकर हमला किया। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया। इस पर आतंकी वहां से जान बचाते हुए निकटवर्ती बस्ती में शामिल हो गए। सुरक्षाबलों ने हमलावर आतंकियों को पकडऩे के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया है।
करीब चौबीस घंटे तक जारी रही इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर और सीआरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर समेत चार सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए हैं। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को बचाने के लिए उनके समर्थकों ने सुरक्षाबलों पर भीषण पथराव करते हुए जवानों से मारपीट का प्रयास भी किया था। इस दौरान सुरक्षाबलों व राष्ट्रविरोधी तत्वों के बीच हुई हिंसक झड़पों में सात सुरक्षाकर्मियों समेत 18 लोग भी जख्मी हुए थे।
अधिकारियों ने बताया कि दो आतंकी गत सुबह हीमारे गए थे। लेकिन तीसरा आतंकी जो लगातार अपनी पोजीशन बदल रहा था, आज सुबह ही मारा गया। उसके साथ एक या दो और आतंकी थे,लेकिन उनका अभी कोई सुराग नहीं मिला है। हो सकता है कि वह भाग निकले हों या मलबे का ढेर बने मकान के नीचे दब गए हों।
गौरतलब है कि सेना की 44 आरआर के जवानों ने सोमवार की सुबह सात बजे के करीब बामनू गांव में छिपे आतंकियों को पकडऩे के लिए उनके ठिकाने पर छापा मारा। एक आतंकी मुठभेड़ शुरु होने के कुछ ही देर बाद मारा गया था जबकि दूसरा आतंकी नौ बजे मारा गया था लेकिन तीसरे आतंकी को मार गिराने से पहले ही आतंकियों की समर्थक भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु कर दिया था। इससे तीसरे आतंकी को अपने लिए सुरिक्षत पोजीशन लेने का मौका मिल गया था।
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